एसआइए की छापेमारी: अखबार ने कार्रवाई को प्रेस स्वतंत्रता पर हमला बताया और आरोपों को निराधार करार दिया
जम्मू,, 20 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने जम्मू स्थित कश्मीर टाइम्स के कार्यालय पर छापेमारी की। एजेंसी ने यह कार्रवाई अखबार पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और देश के खिलाफ असंतोष फैलाने के आरोपों के आधार पर की। सूत्र
एसआइए की छापेमारी: अखबार ने कार्रवाई को प्रेस स्वतंत्रता पर हमला बताया और आरोपों को निराधार करार दिया


जम्मू,, 20 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने जम्मू स्थित कश्मीर टाइम्स के कार्यालय पर छापेमारी की। एजेंसी ने यह कार्रवाई अखबार पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और देश के खिलाफ असंतोष फैलाने के आरोपों के आधार पर की। सूत्रों के अनुसार संपादक अनुराधा भसीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जो कथित तौर पर भारत की संप्रभुता के लिए खतरा मानी जा रही गतिविधियों से जुड़ी है। टीम ने रेजिडेंसी रोड स्थित कार्यालय में कई घंटे तलाशी ली, दस्तावेज़ और डिजिटल उपकरणों की जांच की। एसआईए ने एफआईआर नंबर 02/2025 के तहत धारा 13 के तहत कार्रवाई की। हालांकि, कार्यालय लंबे समय से बंद है क्योंकि संपादक विदेश में हैं। एजेंसी ने कहा कि तलाशी से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद साझा की जाएगी।

कश्मीर टाइम्स ने इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया। संस्थान का कहना है कि सरकार की आलोचना करना राज्य-विरोधी होना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने का हिस्सा है। 1954 में वेद भसीन द्वारा स्थापित कश्मीर टाइम्स ने हमेशा स्वतंत्र पत्रकारिता को आगे रखा और क्षेत्र की समस्याओं, उपलब्धियों और दबे-कुचले वर्गों की आवाज़ उठाई। संपादकों प्रभोध जमवाल और अनुराधा भसीन ने कहा कि मीडिया पर बढ़ते दमन के बीच कश्मीर टाइम्स को निशाना बनाने का उद्देश्य उनके सवाल उठाने और सत्ता को जवाबदेह ठहराने के प्रयासों को रोकना है। उन्होंने आरोपों को वापस लेने, उत्पीड़न बंद करने और प्रेस स्वतंत्रता का सम्मान करने की मांग की। भले ही 2021-22 में प्रिंट एडिशन बंद करना पड़ा, कश्मीर टाइम्स डिजिटल रूप में लगातार अपनी पत्रकारिता जारी रखे हुए है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी गुप्ता