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-ब्रह्माकुमारीज संस्थान के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ किसान सम्मेलन
गुरुग्राम, २ नवंबर (हि.स.)। हरियाणा के पूर्व कृषि मंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा कि वो ब्रह्माकुमारीज संस्थान से ३२ वर्षों जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान का पवित्र जीवन उन्हें बहुत आकर्षित करता है। राजयोग हमें पवित्र जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि यौगिक खेती जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में श्रेष्ठ कदम है।
वे रविवार को यहां ब्रह्माकुमारीज के बोहड़ाकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में संस्थान के ग्राम विकास प्रभाग द्वारा एक दिवसीय किसान सम्मेलन में बोल रहे थे। दादी प्रकाशमणी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय कृषि दर्शन एवं सम्पूर्ण ग्राम विकास विषय पर कार्यक्रम हुआ। पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि पुराने समय में जब वो खेती करते थे तो पहले धरती का वंदन करते थे। गौ पालन सबसे श्रेष्ठ कार्य है। उन्होंने कहा कि सभी को गौ पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जैसा अन्न होगा वैसा ही मन होगा। जितना हम खुद उगाए कृषि उत्पादों का उपयोग करते हैं, उतना ही स्वस्थ रहते हैं।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के ग्राम विकास प्रभाग की अध्यक्षा राजयोगिनी सरला दीदी ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य से सभी को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत आत्मनिर्भर था। भारत की संस्कृति स्वर्णिम और गौरवशाली रही है। भारत कृषि प्रधान देश है। लेकिन आज रासायनिक उर्वरकों के कारण खेती की दशा बिगड़ती जा रही है। किसानों की दयनीय स्थिति हो गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एन.वी. कुंभारे ने कहा कि बिना कृषि के विकास के देश का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि धरती की उर्वरक शक्ति को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक एवं जैविक खेती जरूरी है।
कृभको के संयुक्त महाप्रबंधक दिनेश कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य समस्या का मूल कारण वास्तव में प्रदूषण है। उन्होंने कहा कि शाश्वत यौगिक खेती का प्रदूषण मुक्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। ओम शांति रिट्रीट सेंटर की वरिष्ठ शिक्षिका राजयोगिनी विजय दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि हमारे किसान अन्नदाता हैं। राजयोग एवं यौगिक खेती के माध्यम से हम किसानों का सशक्तिकरण कर सकते हैं। ग्राम विकास प्रभाग के सक्रिय सदस्य बीके राजेंद्र ने प्रभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन के उद्देश्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रभाग का उद्देश्य शाश्वत यौगिक खेती को बढ़ावा देना है। संस्थान द्वारा समय-समय पर देश के किसानों को प्रशिक्षित करना है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर