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चंपावत, 31 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य की 25वीं वर्षगांठ (रजत जयंती) के उपलक्ष्य में जनपद चंपावत में तैयारियां चल रही हैं। जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर्देशानुसार, 1 से 11 नवंबर, 2025 तक राज्य स्थापना सप्ताह के तहत जिले में विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक और जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
राज्य स्थापना सप्ताह का शुभारंभ 1 नवंबर, 2025 को होगा। उद्घाटन दिवस पर ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जनभागीदारी वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी न्याय पंचायत स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में चंपावत के डिप्टेश्वर मंदिर और नगर पालिका परिषद लोहाघाट के सार्की टोला वार्ड में विशेष सफाई अभियान आयोजित होगा।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए जिलेभर में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पाैधरोपण कार्यक्रम होंगे। नगर पालिका टनकपुर में शारदा घाट और उसके आसपास, जबकि नगर पंचायत बनबसा में बस स्टैंड, शहीद स्मारक और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पौधे लगाए जाएंगे।
स्थानीय हस्तशिल्प, उत्पाद और दुग्ध समितियों के माध्यम से स्वदेशी उद्यमों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विकासखंड स्तर पर स्टॉल प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, लोहाघाट के ग्राम मडुवा, चंपावत के तरकुली और बगेलीगूठ में वाइब्रेंट विलेज जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे। डिप्टेश्वर मंदिर के निकट गंडक नदी में नदी महोत्सव, स्वच्छता और जन-जागरूकता कार्यक्रम भी होगा।
विकासखंड बाराकोट में पशु चिकित्सालय परिसर में एक पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पशुपालन से जुड़े आधुनिक तकनीकी उपायों की जानकारी दी जाएगी। समाज कल्याण विभाग द्वारा जिला अस्पताल, सभी उप-जिला अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि राज्य स्थापना सप्ताह का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं है, बल्कि जनता को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना और राज्य की 25 वर्षों की यात्रा को जनभागीदारी के साथ प्रदर्शित करना है। चंपावत जिला प्रशासन ने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्यक्रमों को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं। इन 11 दिनों के दौरान जनपद में उत्तराखंड की संस्कृति, विकास और जनएकता का माहौल रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी