स्वतंत्रता सेनानियों एवं वीर सैनिकों के परिजनों को केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल ने किया सम्मानित
केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल की ओर से शुक्रवार को हल्दवानी में आयोजित कार्यक्रम।


- केंद्र सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियों पर प्रदर्शनी आकर्षण का रही केंद्र

हल्द्वानी, 31 अक्टूबर (हि.स.)। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती एवं राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल की ओर से शुक्रवार को हल्दवानी स्थित सेंट लॉरेंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, आजाद हिंद फौज के सदस्यों और 1962, 1965 और 1971 के युद्धों में देश की रक्षा करने वाले वीर सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया।

मुख्यातिथि विधायक वंशीधर भगत,कालाढूंगी, अतिविशिष्ट अतिथि दीपा धरमवाल (अध्यक्ष, जिला पंचायत) और सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर धीरेश जोशी ने कैप्टन स्व.पद्मादत्त जोशी (आजाद हिंद फौज), स्व. संतराम शर्मा (महात्मा गांधी के आह्वान पर स्वतंत्रता संग्राम में सहभागी) एवं कैप्टन स्व. जगन्नाथ जोशी (1962, 1965 और 1971 के युद्धों के वीर सैनिक) के परिजनों को विशेष सेवा सम्मान से अलंकृत किया। इसके अलावा, चीड़ की छाल से कलाकृतियां बनाने वाले दिव्यांग बगेट कलाकार जीवन जोशी को भी उनके उत्कृष्ट सृजनात्मक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत ‘एकता दौड़’ से हुई, जिसमें विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और अतिथियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। दौड़ में अमन ने प्रथम, नवल ने दूसरा और ध्रुव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में तमन्ना को पहला, सार्वी को दूसरा, हर्षिता को तीसरा और भूमिका को सांत्वना पुरस्कार मिले, वहीं नृत्य प्रतियोगिता में हर्षिता को प्रथम, इशानी को द्वितीय, संस्कृति को तृतीय और काजल को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल की ओर से सरदार पटेल के जीवन, योगदान और भारत की एकता के निर्माण में उनकी भूमिका पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के विकास के 11 वर्षों की प्रमुख उपलब्धियों को भी प्रदर्शित किया गया।

विधायक वंशीधर भगत ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने जिस एकता और अखंडता की नींव रखी, उसे आगे बढ़ाना हम सबका कर्तव्य है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में स्थापित कर देश की भावी पीढ़ियों को एकता और राष्ट्रभक्ति का सशक्त संदेश दिया है।----------

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार