हिसार : सृष्टि के प्रथम शिल्पकार और वास्तुकार थे भगवान विश्वकर्मा : रणबीर गंगवा
श्री विश्वकर्मा धर्मशाला में हॉल का लोकार्पण करते मंत्री रणबीर गंगवा।


श्री विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से भगवान विश्वकर्मा दिवस पर कार्यकम आयोजित

हिसार, 22 अक्टूबर (हि.स.)। भगवान विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष्य में श्री विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से एक कार्यकम आयोजित किया गया। इसमें हरियाणा के लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। रणबीर गंगवा ने भगवान विश्वकर्मा को नमन करते हुए कहा कि यह दिन उन महान देवता को समर्पित है, जिन्हें सृष्टि का प्रथम इंजीनियर, शिल्पकार और वास्तुकार माना जाता है। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा ने स्वर्गलोक, पुष्पक विमान, द्वारिका नगरी, इंद्रप्रस्थ और अनेक दिव्य अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती का विशेष महत्व मजदूरों, कारीगरों, इंजीनियरों और उद्योगों से जुड़े लोगों के लिए है। इस दिन कारखानों, मशीनों, औजारों और औद्योगिक इकाइयों की पूजा की जाती है, ताकि काम में प्रगति और समृद्धि बनी रहे।यह पर्व हमें यह भी सिखाता है कि श्रम ही पूजा है। हर काम छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि हमारी लगन और निष्ठा ही उसे महान बनाती है। भगवान विश्वकर्मा हमें सिखाते हैं कि ज्ञान और तकनीक का उपयोग समाज की भलाई और मानवता की प्रगति के लिए होना चाहिए। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता, यह दोनों बेहद महत्वपूर्ण विषय है। आज की तेज़-तर्रार और कड़ी प्रतिस्पर्धा वाली दुनिया में, छात्रों के लिए कौशल विकास का सबसे अधिक महत्व है। केवल पारंपरिक शैक्षणिक ज्ञान पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। सफलता और एक संतुष्ट जीवन जीने के लिए छात्रों को विविध कौशल हासिल करने होंगे। इस अवसर पर अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष अजय कांत जांगड़ा, प्रदेश अध्यक्ष उदय सिंह जांगड़ा, प्रधान रामधन चानी, वेदप्रकाश, अमीलाल जांगड़ा, मनोहर लाल, इंद्र सिंह, दयानंद, रोशन लाल, सत्यवान, दिलीप सिंह, बंसी लाल, रामेश्वर, ओम प्रकाश, जगदीश, अभिषेक शर्मा तथा सुरेश सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर