हम लोग अभी भी पुस्तक और पुस्तकालय के महत्व और मूल्यों को नहीं समझ पाए- पीडी सोना
हम लोग अभी भी पुस्तक और पुस्तकालय के महत्व और मूल्यों को नहीं समझ पाए- पीडी सोना


इटानगर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के शिक्षा, ग्रामीण विकास और सार्वजनिक पुस्तकालय मंत्री पीडी सोना ने आज इटानगर स्थित राज्य केंद्रीय पुस्तकालय में न्यू एज लर्निंग सेंटर (सीएएलसी) के उद्घाटन के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अरुणाचल प्रदेश के लोग अभी भी पुस्तक और पुस्तकालय के महत्व और मूल्यों को नहीं समझ पाए हैं।

उन्होंने नए विचार लाने के लिए सार्वजनिक पुस्तकालय विभाग की सराहना की और कहा कि अगर कोई अच्छा विचार होगा तो सरकार निश्चित रूप से उसका समर्थन करेगी। उन्होंने केंद्र का रखरखाव भी बहुत महत्वपूर्ण रखने की सलाह दी।

उहोंने कहा कि हमने देखा है कि राज्य के अधिकांश पुस्तकालय, विशेष रूप से जिलों या उप-मंडल केंद्रों में, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं और सरकार की सबसे उपेक्षित संपत्ति बन गए हैं, क्योंकि लोग पुस्तकालयों में नहीं जाते हैं, जबकि पुस्तकालय एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है जहां हम ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने लोगों, विशेष रूप से युवाओं से पुस्तकें पढ़ने की वकालत की, हालांकि हम इंटरनेट के माध्यम से ई-पुस्तकें पढ़ सकते हैं, लेकिन ई-पुस्तकों की तुलना में पुस्तक पढ़ना एक बेहतर अनुभव है।

अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत से लोग विभिन्न विकास परियोजनाओं के निर्माण या अन्य परियोजनाओं के लिए उनके पास आते हैं, लेकिन कोई भी पुस्तकालय के सुधार के लिए उनके पास नहीं आता।

इसके अलावा, उन्होंने लोगों को पुस्तकालय के महत्व को समझने की कोशिश करने की सलाह दी।

हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी