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भागलपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के नाथनगर विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार संजीव सुमन का नामांकन पर्चा मंगलवार को अनुमंडल कार्यालय में हुई स्क्रूटनी के दौरान कथित तौर पर समय पर नहीं पहुंचने के कारण अस्वीकृत कर दिया गया है।
संजीव सुमन ने बीते सोमवार को अपने सहयोगियों और शुभचिंतकों के साथ 158 नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था। तत्पश्चात उन्हें प्राप्त हुए एक मामूली नोटिस का जवाब देने और स्क्रूटनी में शामिल होने के लिए वह अपने एडवोकेट के साथ सभी औपचारिकताओं को पूरा करके आज समय से अपने आवास से अनुमंडल कार्यालय के लिए निकले थे। हालांकि भागलपुर शहर की कुख्यात और ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था के कारण श्री सुमन को कार्यालय पहुंचने में 10 से 15 मिनट की अपरिहार्य देरी हुई।
इस संबंध में संजीव सुमन ने निर्वाचन पदाधिकारी से काफी आरजू-विनती की और भागलपुर के खराब ट्रैफिक की स्थिति से सभी संबंधित पदाधिकारियों के अवगत होने का हवाला भी दिया, लेकिन उनकी एक न सुनी गई और उनके नामांकन को अस्वीकृत कर दिया गया। संजीव सुमन ने कहा कि यह अस्वीकृति केवल मेरी व्यक्तिगत हार नहीं है, बल्कि यह उन सभी समर्पित और जनसेवा की भावना रखने वाले व्यक्तियों के लिए एक झटका है जो स्वच्छ राजनीति के माध्यम से चुनावी मैदान में आना चाहते हैं।
भागलपुर की ट्रैफिक व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। बावजूद इसके केवल 10-15 मिनट की देरी को आधार बनाकर नामांकन रद्द करना यह स्पष्ट करता है कि मेरे नामांकन को अस्वीकृत कराने के पीछे किसी व्यक्ति विशेष और संबंधित पदाधिकारियों की मिलीभगत और दुर्भावनापूर्ण मंशा है। उन्होंने आगे कहा, आज यह बात फिर से चरितार्थ हो गई है कि चुनाव आज भी 'धन, बल और छल' से ही लड़ा जाता है। एक अच्छे और जनसेवा के भाव वाले व्यक्ति को लचर कुव्यवस्था और निहित स्वार्थों के माध्यम से चुनावी मैदान से बाहर कर दिया जाता है।
संजीव सुमन ने इस पूरी घटना और सभी संबंधित तथ्यों को एक विस्तृत आवेदन के रूप में जिलाधिकारी भागलपुर, बिहार चुनाव निर्वाचन आयोग और इनसे संबंधित सभी आवश्यक शाखाओं में मेल के माध्यम से भेज दिया है और इस अन्यायपूर्ण निर्णय के विरुद्ध कानूनी एवं संवैधानिक विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। उक्त सभी जानकारी स्वयं संजीव सुमन ने दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर