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रेवाड़ी, 21 अक्टूबर (हि.स.)। रेवाड़ी में दीपावली पर हुई आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत प्रशासन ने रात आठ बजे से 10 बजे तक ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी, लेकिन इसके बावजूद शहर में देर रात तक आतिशबाजी जारी रही।
मंगलवार को धारूहेड़ा म्युनिसिपल कार्यालय के बाहर लगे प्रदूषण मापक उपकरणों ने वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह आठ बजे एक्यूआई 377 व दोपहर एक बजे 395 दर्ज किया, जो बहुत खतरनाक श्रेणी में आता हैै।
इसी प्रकार सोमवार रात आठ बजे यह 284 दर्ज किया गया, जो रात 11 बजे तक बढ़कर 305 हो गया, जो खतरनाक स्तर दर्शाता है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि आतिशबाजी से निकला धुआं हवा में घुल गया, जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार यह प्रदूषण मुख्य रूप से पीएम 2.5 कणों के कारण है, जो पटाखों से निकलते हैं और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। पर्यावरण विशेषज्ञ डाॅ.चंद्र मोहन ने बताया कि पीएम 10 कणों की मात्रा में अचानक वृद्धि होने से वायु और स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है। उन्होंने नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि बाहर निकलते समय मास्क पहनें, सुबह खिड़कियां खोलकर हवा बदलें और दिनभर बंद रखें। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार व्यक्ति बाहर जाने से बचें।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला