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मोरीगांव (असम), 21 अक्टूबर (हि.स.)। असम के मोरीगांव जिलांतर्गत पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य, मानसून के महीनों में बंद रहने के बाद फिर से एक बार आगामी 23 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खुलने जा रहा है। यह जानकारी अभयारण्य के अधिकारियों ने दी है।
पर्यटकों के स्वागत के अभयारण्य प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।पोबितरा वन्यजीव अभयारण्य के रेंजर प्रांजल बरुवा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अभयारण्य को खोलने से पहले ही भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए सभी बुनियादी ढांचों की मरम्मत कर ली गयी है। उन्होंने कहा, सर्दियों के आगमन के साथ, अभयारण्य में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों के आने की उम्मीद है, जिससे यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन जाएगा।
पर्यटक पुनः खुलने के पहले दिन से ही जीप और हाथी सफारी दोनों का आनंद ले सकेंगे। गुवाहाटी से लगभग 35 किलोमीटर दूर मोरीगांव जिले में स्थित इस अभयारण्य को 1998 में पोबितोरा आरक्षित वन और राजा मयांग हिल आरक्षित वन के विलय के माध्यम से घोषित किया गया था।
38.81 वर्ग किलोमीटर में फैला, पोबितोरा महान भारतीय एक सींग वाले गैंडों के विश्व में सबसे अधिक घनत्व के लिए जाना जाता है। 2022 की जनगणना के अनुसार, पार्क में 107 गैंडे रहते हैं, साथ ही वन्यजीवों की एक समृद्ध विविधता भी है - जिसमें स्तनधारियों की 22 प्रजातियां, सरीसृपों की 27 प्रजातियां, उभयचरों की नौ प्रजातियां, मछलियों की 41 प्रजातियां और पक्षियों की 375 प्रजातियां शामिल हैं।
गैंडों के अलावा, आगंतुक अभयारण्य के घास के मैदानों, जंगलों और आर्द्रभूमि में तेंदुए, मछली पकड़ने वाली बिल्लियां, जंगली भैंसे, जंगली सूअर, चीनी पैंगोलिन और हिरणों की कई प्रजातियां भी यहां पर मौजूद हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय