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जालोर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जालोर की मिट्टी एक बार फिर प्रतिभा से चमक उठी है। नगर परिषद में सफाई कर्मचारी यशपाल कठारिया की बेटी हर्षिता कुमारी (16) अब बहरीन में 22 अक्टूबर से शुरू हो रहे एशियन यूथ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
यह आयोजन ओलिंपिक काउंसिल ऑफ एशिया की ओर से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें म्यू थाई गेम के लिए देशभर से केवल नाै खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इन्हीं में से एक नाम हर्षिता का भी है।
डेढ़ महीने पहले हर्षिता का चयन आबू धाबी यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी हुआ था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह नहीं जा सकी थीं। बाद में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग और जिला कलेक्टर प्रदीप के. गवांडे ने भामाशाहों की मदद से करीब डेढ़ लाख रुपए की सहायता की, मगर तब तक अंतिम तिथि निकल चुकी थी।
इस निराशा को हर्षिता ने अपनी ताकत बनाया और अब उसी जज्बे के साथ उन्होंने एशियन यूथ गेम्स में जगह बनाई है। हर्षिता अब तक कई स्तरों पर अपनी प्रतिभा दिखा चुकी हैं।
उन्होंने श्रीगंगानगर में स्टेट लेवल और रोहतक (हरियाणा) में नेशनल लेवल की म्यू थाई प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीते हैं। उनकी किक और पंच टेक्निक बेहद दमदार है और उनकी तेज मूवमेंट उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है। पिछले पांच वर्षों से कोच भागीरथ गर्ग के मार्गदर्शन में क्रीड़ा भारती जालोर की ओर से शहीद भगत सिंह स्टेडियम में ट्रेनिंग ले रही हैं। कोच का कहना है कि उनमें अपार संभावनाएं हैं और भविष्य में वह ओलिंपिक में भी देश का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं।
हाल ही में उन्हें जयपुर ट्रेनिंग कैंप में अंतिम राउंड की ट्रेनिंग दी गई थी। अब वे खिलाड़ियों के दल के साथ बहरीन के लिए रवाना हो रही हैं।
हर्षिता के पिता यशपाल कठारिया जालोर नगर परिषद में सफाई कर्मचारी हैं।
उनके परिवार में पांच बेटियां हैं। बड़ी बेटी कॉलेज में बीए कर रही है और हर्षिता दूसरी नंबर पर है।
यशपाल कहते हैं कि-बचपन से ही हर्षिता को इस खेल में रुचि थी। आर्थिक तंगी के बावजूद हमने उसे कभी रुकने नहीं दिया। आज वह हमारे पूरे समाज और जिले का नाम रोशन करने जा रही है। म्यू थाई थाईलैंड का राष्ट्रीय खेल है, जो मुक्केबाजी और वुशू का मिश्रण है। इसमें खिलाड़ी मुक्के, लात, घुटने और कोहनी सभी का इस्तेमाल कर सकता है। हर्षिता ने मुक्केबाजी से शुरुआत की और बाद में वुशू की ट्रेनिंग ली, जिससे वह इस खेल की माहिर बन गईं।
हर्षिता
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित