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जयपुर, 21 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में एआई टेक्नीक से पकड़े गए डमी कैंडिडेट से उदयपुर पुलिस की पूछताछ में अपने भाइयों की जगह डमी कैंडिडेट के रूप में बैठकर उसके तीन भर्ती परीक्षा देना सामने आया है । उसने परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठने के लिए फर्जी दस्तावेज का प्रयोग किया था। इस संबंध में उदयपुर पुलिस की ओर से जयपुर के सोडाला थाने में आरोपित डमी कैंडिडेट के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है।
थानाधिकारी बलवीर सिंह ने बताया कि उदयपुर के (नगर पूर्व) के सीओ छगन पुरोहित ने मामला दर्ज करवाया है कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2025 की लिखित परीक्षा 13 सितम्बर को आयोजित हुई थी। उदयपुर के एग्जाम सेंटर पर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देने पवन कुमार शर्मा (25) निवासी राजाखेड़ा जिला धौलपुर पहुंचा था। बायोमेट्रिक इंप्रेशन करने पर पवन कुमार कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का मूल कैंडिडेट था। एआई टेक्निकल के जरिए पवन कुमार के पूर्व में दी गई भर्ती परीक्षा किसी ओर नाम से देना सामने आया। उदयपुर की प्रताप नगर थाना पुलिस ने डमी कैंडिडेट के रूप में पहले भर्ती परीक्षा देने का पता चलने पर पकड़ा था।
उदयपुर पुलिस की पूछताछ में आरोपित पवन कुमार ने कई अहम खुलासे किए। पूछताछ सामने आया कि साल-2022 में जयनारायण विश्वविद्यालय जोधपुर की ओर से बीएड की पीटीईटी की परीक्षा आयोजित हुई थी। भर्ती परीक्षा में उसने छोटे भाई अखिलेश शर्मा की जगह डमी अभ्यर्थी के रूप में धौलपुर के महाराणा सरकारी स्कूल में परीक्षा दी थी। साल-2022 में राजस्थान पुलिस कांस्टेबल की लिखित भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ था। उस भर्ती परीक्षा में भी छोटे भाई अखिलेश शर्मा के नाम से डमी कैंडिडेट के रूप में जयपुर के कालवाड़ रोड स्थित एग्जाम सेंटर पर परीक्षा दी। जून-2025 को महावीर वर्धमान ओपन यूनिवर्सिटी कोटा ने बीएसटीसी लिखित परीक्षा-2025 का आयोजन किया था। भर्ती परीक्षा में आरोपित पवन कुमार ने अपने ताऊ के लड़के जितेंद्र कुमार शर्मा की जगह डमी अभ्यर्थी बैठकर 22-गोदाम हवा सड़क स्थित यश विद्या मंदिर सीनियर सेकेंड स्कूल में एग्जाम दिया। तीनों भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठने के लिए सही दस्तावेज में हेरफेर किया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश