नेतन्याहू मिले रिहा बंधकों से, एतान मोर से छूटने की वजह जानकर चौंके
एतान मोर (बाएं से दूसरे। एतान को हमास ने 13 अक्टूबर को अपनी कैद से रिहा। एतान मोर अपने माता-पिता के साथ बेइलिन्सन अस्पताल में। यह फोटो  इजराइल सरकार के प्रेस कार्यालय ने जारी किया है।


तेल अवीव, 15 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमास की कैद से छूटे बंधकों से मिलकर उनकी पीड़ा को समझने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को यहां बेइलिन्सन अस्पताल में रिहा हुए बंधकों और उनके परिवारों से मुलाकात कर चर्चा की। सोमवार को रिहा किए बंधक एतन मोर की आपबीती सुनकर प्रधानमंत्री ही नहीं अन्य लोग भी चौंक गए। मोर ने बताया कि गाजा में कैद के दौरान एक हमास नेता ने उससे कहा था कि उसके रिहा होने की संभावना ज्यादा है, क्योंकि उसके परिवार ने सरकार पर बंधक-युद्धविराम समझौते के लिए दबाव डालने वाले विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा नहीं लिया।

द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, मोर ने प्रधानमंत्री को बताया कि इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद इस समय आतंकवादी समूह हमास का वास्तविक नेता है। वह पहले हमास के गाजा सिटी ब्रिगेड की कमान संभालता रहा है। इसी नेता ने उससे कैद के दौरान कहा था, अगर किसी को सबसे पहले रिहा किया जाएगा, तो वो आप हैं। आपके पिता वैसे भी विरोध प्रदर्शनों में नहीं जाते, इसलिए हम आपको पहले वापस भेज देंगे।

मोर के पिता ज्विका टिकवा फोरम के प्रमुख हैं। यह फोरम बंधक परिवारों का छोटा समूह है। यह फोरम पहले के उन समझौतों का विरोध करता रहा है, जिनमें सैकड़ों फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों और गाजा में अस्थायी युद्धविराम के बदले में केवल कुछ बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की गई थी।

इस बीच बंधक परिवारों ने शव सौंपने में हमास की विफलता पर आईडीएफ प्रमुख से मुलाकात की मांग की है। बंधक और लापता परिवार मंच ने कहा है कि वह आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर से बात करना चाहते हैं।

मंच ने बयान में कहा है, परिवार चीफ ऑफ स्टाफ से इस बात का स्पष्टीकरण मांगेंगे कि आईडीएफ समझौते का सामान्य रूप से पालन क्यों कर रहा है, जबकि इस बात की गंभीर आशंका है कि बंधक कैद में ही रहेंगे क्योंकि हमास हस्ताक्षरित समझौते का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है।

परिवारों का आरोप है कि आईडीएफ अभी भी 7 अक्टूबर, 2023 के नरसंहार से पहले की तरह ही व्यवहार कर रहा है। हमास की बातों पर विश्वास कर रहा है। बजाय इसके कि वह यह समझे कि यह एक धोखेबाज और घृणित आतंकवादी संगठन है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद