झारखण्ड उलगुलान संघ ने जारी किया आदिवासी न्याय जन संकल्प
खूंटी, 18 मार्च (हि.स.)। आदिवासी अस्तित्व, अस्मिता, पहचान, संस्कृति, परम्परा, व्यवस्था की रक्षा, जल-
आदिवासी न्याय जन संकल्प


खूंटी, 18 मार्च (हि.स.)। आदिवासी अस्तित्व, अस्मिता, पहचान, संस्कृति, परम्परा, व्यवस्था की रक्षा, जल-जंगल-जमीन पर पूर्ण स्वामित्व सहित संवैधानिक प्रावधान एवं कानूनी अधिकार तथा न्यायिक निर्णय के अनुपालन को लेकर भगवान बिरसा उलगुलान की बलिदानी भूमि सईल रकब डोम्बारी बुरू में सोमवार को झारखण्ड उलगुलान संघ की अगुवाई में आदिवासी न्याय जन संकल्प जारी किया गया।

संयोजक अलेस्टेयर बोदरा ने बताया कि झारखण्ड अलग राज्य गठन के बाद आदिवासियों के हित संबंधी सवालों के साथ हमेशा छल किया गया है। आदिवासी भावनाओं को उभार कर सिर्फ सत्ता प्राप्त करना ही तमाम राजनीतिक पार्टियों का मकसद होता है। अब आदिवासी समाज सभी राजनीतिक पार्टियों का षडयंत्र समझ चुका है। यह जन संकल्प इसी षडयंत्र को नाकाम करने का प्रति उत्तर है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल