कला संवेदनशील समाज के निर्माण का एक सशक्त माध्यम: द्रौपदी मुर्मु
नई दिल्ली, 24 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को कहा कि भारतीय परंपरा में कला को लंबे समय से एक आध्यात्मिक साधना माना जाता रहा है। कला न केवल सौंदर्यबोध का माध्यम है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाने और एक अधिक संवेदन
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