कानपुर, 14 सितंबर (हि.स.)। सनातन धर्म में अपने प्रियजन की मृत्यु पर पिण्डदान व तर्पण का विधान है लेकिन समाज ने गर्भ में ही मारी गई बेटियों के लिए कभी वैदिक पूजन नहीं किया। इस भूल को सुधारते हुए हम अजन्मी बेटियों से क्षमा मांगकर उनका पिण्डदान कर रहे ह
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