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शिमला, 05 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में क्षेत्रीय हवाई संपर्क को मजबूती देने की दिशा में केंद्र सरकार तेजी से कदम उठा रही है। केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि उड़ान योजना के तहत हिमाचल में शिमला, कुल्लू, रामपुर (हेलीपोर्ट) और मंडी (हेलीपोर्ट) को जोड़ने वाले 32 रूटों पर उड़ान सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं।
यह जानकारी उन्होंने राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। डॉ. कुमार ने हिमाचल में नई हेली टैक्सी, गग्गल एयरपोर्ट के उन्नयन और पहाड़ी क्षेत्रों में हवाई आपात चिकित्सा सेवाओं के संबंध में सवाल पूछे थे।
मंत्री मोहोल ने बताया कि हाल ही में केंद्र ने संशोधित उड़ान योजना की घोषणा की है, जिसके तहत हिमाचल समेत देशभर में 120 नए गंतव्यों तक क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाया जाएगा। इस योजना का मकसद आगामी 10 वर्षों में 4 करोड़ यात्रियों की जरूरतों को पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि यह योजना विशेष रूप से पहाड़ी, आकांक्षी और पूर्वोत्तर जिलों में छोटे हवाई अड्डों व हैलिपैड निर्माण में मदद करेगी, जिससे राज्य के दुर्गम क्षेत्रों में भी हवाई सेवाएं पहुंच सकेंगी।
गग्गल हवाई अड्डे को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया गया। मोहोल ने बताया कि हिमाचल सरकार के अनुरोध पर गग्गल एयरपोर्ट (कांगड़ा) के विस्तार के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें 369.82 एकड़ भूमि की मांग की गई है। यह विस्तार 4सी टाइप बड़े विमानों की लैंडिंग के लिए जरूरी है, जिससे अहमदाबाद और मुंबई जैसे बड़े शहरों से सीधी उड़ानें संभव हो सकेंगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हवाई अड्डों का विकास भूमि उपलब्धता, वित्तीय व्यवहार्यता और परिचालन सुविधाओं पर निर्भर करता है। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि एयरलाइंस कंपनियां व्यावसायिक व परिचालन आधार पर हवाई रूट तय करने के लिए स्वतंत्र हैं तथा सरकार केवल मार्ग वितरण दिशानिर्देश जारी करती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा