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अमेठी, 5 अगस्त (हि.स.)। लखनऊ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर इन्हौना थाना क्षेत्र के अंतर्गत हजारीगंज गांव के पास मंगलवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया। सड़क पार कर रहे युवक को अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर तड़पता रहा। राहगीरों और पुलिसकर्मियों की संवेदनहीनता के कारण घायल युवक की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। जब तक प्रभारी मंत्री का काफिला रुका और घायल युवक को अस्पताल ले गए तब तक उसकी मौत हो गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना शुकुलबाजार क्षेत्र के पूरे कुसरहिया मजरे महोना पश्चिम निवासी राहुल सिंह (36 वर्ष) मंगलवार को लखनऊ-सुल्तानपुर राजमार्ग पर पैदल सड़क पार कर रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद राहुल सिंह सड़क पर गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े और घंटों तक तड़पते रहे, परंतु पुलिस और राहगीरों की नजरें मूकदर्शक बनी रहीं।इसी दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री एवं अमेठी जनपद के प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र शर्मा का काफिला मौके से गुजर रहा था। सड़क पर भीड़ देख मंत्री जी ने तुरंत अपने काफिले को रुकवाया और घायल युवक के पास पहुंचे। आमजन से पूरी घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने इन्हौना पुलिस की लापरवाही पर तीखी नाराजगी जताई और संवेदनहीनता के लिए जमकर फटकार लगाई। मंत्री जी ने तत्काल व्यवस्था बनाकर घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ भिजवाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली और मानवीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि ऐसी घटनाओं में तत्परता और संवेदनशीलता सर्वोपरि होनी चाहिए। उन्होंने मृतक के परिजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश त्रिपाठी