फतेहाबाद में सीवरेज समस्या से परेशान लोगों ने किया हंगामा, एमसी पर भडक़े
फतेहाबाद। ठाकर बस्ती में सीवरेज की सफाई करते कर्मचारी।


फतेहाबाद, 4 अगस्त (हि.स.)। शहर की ठाकर बस्ती में बाल भवन के पास पिछले काफी समय से सीवरेज ठप्प होने से सारा गंदा पानी गली में खड़ाहै। गली में बदबूदार पानी खड़ा रहने से परेशान लोगों के सब्र का बांध सोमवार को टूट गया और उन्होंने प्रशासन और वार्ड के पार्षद पर उनकी समस्या को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। नाराज लोगों ने वार्ड नंबर तीन के पार्षद सुरेन्द्र डींगवाल को खूब खरी खोटी सुनाई। लोगों का कहना है कि वे डेढ़ महीने से सीवर समस्या की शिकायत कर रहे हैं, मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों के आक्रोश के बाद जनस्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और अधिकारियों ने मौके पर टीम भेजकर सीवरेज लाइन की सफाई करवाई। अधिकारियों का कहना है कि इस क्षेत्र में कई पशु डेयरियां हैं जिस कारण सीवरेज ब्लॉक हो जाते हैं। ठाकर बस्ती निवासी महेन्द्र, दीपक, राजेन्द्र, राजकुमार, सुनील, सुरेन्द्र आदि ने कहा कि बाल भवन के पास पिछले कई डेढ महीने से सीवरेज ठप्प होने से सीवरेज का सारा गंदा पानी बाहर इकट्ठा हो गया है। सीवर ओवरफ्लो होकर गंदा पानी गलियों में भरने से जहां यहां से निकलना तक मुश्किल हो गया है, वहीं गंदे पानी में पनप रहे मच्छरों के कारण बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है। लोगों ने कहा कि पास ही सरकारी स्कूल है और यहां से काफी बच्चे होकर स्कूल आते-जाते हैं। इन बच्चों को भी गंदगी से होकर गुजरने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि वे पार्षद से लेकर पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों तक को बार-बार शिकायत दे चुके हैं, मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि, पार्षद सुरेंद्र डींगवाल ने काफी सफाई देने की कोशिश की, लेकिन लोग संतुष्ट नजर नहीं आए। पार्षद ने कहा कि काम तो अधिकारियों को करना है। लोगों ने पार्षद से समस्या का स्थायी समाधान करवाने की मांग की है। पार्षद सुरेंद्र डींगवाल ने कहा कि डेयरियों के कारण सीवर ओवरफ्लो रहते हैं। डेयरियों से निकलने वाली गंदगी भी सीवर लाइन में डाल दी जाती है। फिर भी वह अधिकारियों के संज्ञान में डालकर समाधान करवाने का प्रयास करेंगे। बाद में सूचना मिलने पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर टीम भेजकर इस क्षेत्र में सीवरेज लाइनों की सफाई करवाई।

हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा