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सना, 04 अगस्त (हि.स.)। यमन के दक्षिणी प्रांत अबयान के तट पर रविवार को खराब मौसम के दौरान लगभग 157 लोगों को ले जा रही एक नाव डूब गई। खोज एवं बचाव दल में शामिल गोताखोरों ने अब तक 75 शव निकाले हैं। बाकी लोगों की तलाश की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के यमन प्रमुख ने पहले इस दुर्घटना में कम से कम 68 प्रवासियों की मौत की सूचना दी थी।
वैश्विक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईओएम के यमन प्रमुख ने कहा था कि 68 लोगों की मौत हो गई है और 12 लोगों को बचा लिया गया है, लेकिन दर्जनों लोग लापता हैं। अधिकतर पीड़ित इथियोपियाई नागरिक बताए जा रहे हैं। सनद रहे अफ्रीकी खाड़ी देशों में काम की तलाश में आने वाले प्रवासियों के लिए यमन प्रमुख मार्ग है। आईओएम का अनुमान है कि हाल के महीनों में जहाज और नावों के डूबने से सैकड़ों लोग मारे गए या लापता हो गए।
इस बीच, यमन के सुरक्षा अधिकारियों ने सोमवार को कुछ वैश्विक संचार माध्यमों को बताया कि इस नौका दुर्घटना में कम से कम 76 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों लोग लापता हैं। अदन की खाड़ी में जहाज के मलबे से 76 शव बरामद किए गए हैं और 32 लोगों को बचा लिया गया हैं। संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजेंसी ने बताया कि नाव पर 157 लोग सवार थे।
इस बीच अमन के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि बड़ा खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया है। तट के एक बड़े हिस्से से कई शव मिले हैं।
आईओएम यमन प्रमुख अब्दुसत्तोर एसोव ने कहा कि नाव विशाल तटीय क्षेत्र में एक खतरनाक रास्ते पर थी। इस रास्ते का इस्तेमाल अकसर मानव तस्कर करते हैं। एसोव ने तस्करों के शोषण से बचने के लिए प्रवासियों के लिए कानूनी सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के महत्व पर भी जोर दिया है। आईओएम का कहना है कि मार्च में 180 से ज्यादा प्रवासियों को ले जा रही दो नावें यमन के धुबाब जिले के तट पर डूब गई थीं। इन लोगों में से केवल चालक दल के दो सदस्यों को ही बचाया जा सका था।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद