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चेन्नई, 15 अगस्त (हि.स.)। तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने विधुथालाई चिरुथैगल काची (वीसीके) के नेता थोल थिरुमावलवन को चुनौती दी है।
भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन की यह चुनौती सरकार के उस मुद्दे पर कार्रवाई न करने के कारण बढ़ते असंतोष के बीच आई है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि सफाई कर्मियों का जारी विरोध राज्य सरकार के प्रति उनके व्यापक असंतोष को दर्शाता है। भाजपा नेता ने कहा है कि यदि राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने में विफल रहती है, तो सीवीके को सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन से अलग होने की घोषणा करनी चाहिए।
दरअसल, राज्य में सफाई कर्मचारी बेहतर कामकाजी परिस्थितियों और चेन्नई में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के निजीकरण के विरोध में एक सप्ताह से अधिक समय से विरोध कर रहे हैं। इस विरोध को विभिन्न राजनीतिक दलों से समर्थन मिला है, जिसमें भाजपा भी शामिल है, जिसने डीएमके सरकार की नीतियों की आलोचना में मुखर रही है।
तमिलिसाई की थिरुमावलवन को चुनौती गठबंधन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की परीक्षा के रूप में देखी जा रही है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राज्य की स्वायत्तता पर अपनी स्थिति को बनाए रखेंगे? तूतुकुडी हवाई अड्डे के विस्तार और चेन्नई हवाई अड्डे के विस्तार जैसी परियोजनाओं का हवाला देते हुए, जो केंद्रीय वित्त पोषण के साथ लागू की जा रही हैं, तमिलिसाई ने कहा कि प्रधानमंत्री तमिलनाडु के विकास में मुख्यमंत्री की तुलना में अधिक रुचि रखते हैं।
तमिलिसाई सुंदरराजन की टिप्पणियों ने डीएमके गठबंधन के भविष्य के बारे में अटकलों को बढ़ावा दिया है। भाजपा नेता ने पहले भविष्यवाणी की थी कि डीएमके गठबंधन टूट जाएगा और थिरुमावलवन को उनकी नवीनतम चुनौती ने आग में घी डालने का काम किया है। जैसे-जैसे विरोध जारी है, विपक्षी दल सरकार पर दबाव बनाए रखने की संभावना है, जिससे गठबंधन के भीतर और तनाव पैदा हो सकता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ आर बी चौधरी