संस्कृत माह के उपलक्ष्य में घरोटा पुलिस स्टेशन में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित
वरकशाराेपण अभियान के दाैरान माैजूद अतिथिगण्््


जम्मू, 1 अगस्त (हि.स.)। संस्कृत माह के शुभ अवसर पर श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट रायपुर (ठठर) जम्मू द्वारा जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में घरोटा पुलिस स्टेशन परिसर में एक विशेष पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, संस्कृत संस्कृति के संवर्धन तथा सामाजिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना रहा।

इस अवसर पर एसपी रूरल बृजेश शर्मा मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि तहसीलदार भलवाल मोनिका शर्मा तथा टीम जम्मू के चेयरमैन जोरावर सिंह सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अतिथियों ने पौधारोपण कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश दिया। अपने संबोधन में एसपी रूरल बृजेश शर्मा ने कहा कि हर व्यक्ति को वर्ष में कम से कम दस पौधे अवश्य लगाने चाहिए और अधिक लगाना तो और भी उत्तम है। केवल पौधे लगाना ही नहीं बल्कि उनकी देखभाल करना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है। जैसे हम अपने बच्चों की परवरिश करते हैं वैसे ही हमें लगाए गए पौधों की भी सेवा करनी चाहिए। वृक्षों का जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। संस्कृत संस्कृति सदैव प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का संदेश देती रही है।

श्री कैलख ट्रस्ट द्वारा संस्कृत माह में पर्यावरण संरक्षण की यह पहल अत्यंत सराहनीय है। पुलिस प्रशासन सदैव ऐसे जनहितकारी कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। तहसीलदार भलवाल मोनिका शर्मा ने कहा कि पौधारोपण के माध्यम से हम न केवल आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण दे सकते हैं बल्कि पृथ्वी को फिर से हरा-भरा और जीवनदायिनी बना सकते हैं। इसलिए आइए हम सब मिलकर पौधारोपण को जन आंदोलन बनाएं और एक पेड़ अनेक लाभ के मंत्र को साकार करें।

टीम जम्मू के चेयरमैन जोरावर सिंह ने कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और धरोहर की आत्मा है। भारतीय परंपरा में वृक्षों को देवतुल्य माना गया है। पीपल, बरगद, नीम, आम और तुलसी जैसे वृक्षों की पूजा की जाती है। पौधरोपण न केवल एक पर्यावरणीय कार्य है बल्कि यह एक आध्यात्मिक एवं नैतिक उत्तरदायित्व भी है। यह प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करने का माध्यम है। इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं में संस्कार, प्रकृति प्रेम और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना का विकास होता है। श्री कैलख ट्रस्ट का यह प्रयास निश्चित ही सराहनीय है।

श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि संस्कृत माह के अंतर्गत हम यह संकल्प लेते हैं कि संस्कृत भाषा और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के साथ-साथ प्रकृति की रक्षा को भी अपने कर्तव्यों में शामिल करें। पौधरोपण एक पवित्र कार्य है जो न केवल पर्यावरण को संरक्षित करता है बल्कि आत्मिक संतोष भी प्रदान करता है। आज जो बीज हम बोते हैं वही कल छाँव, फल और जीवन देगा। पौधारोपण न केवल वातावरण को शुद्ध करता है बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ जीवन की नींव भी रखता है। ट्रस्ट भविष्य में भी इस प्रकार के सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा।

इस कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक एवं समाजसेवी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थितजनों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई तथा समाज के प्रत्येक व्यक्ति से कम से कम एक वृक्ष लगाने का आग्रह किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह