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पटना, 1 अगस्त (हि.स.)। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शिक्षा व्यवस्था में कार्यरत रसोइयों, रात्रि प्रहरियों एवं शारीरिक शिक्षा तथा स्वास्थ्य अनुदेशकों के मानदेय में दोगुनी वृद्धि के ऐतिहासिक निर्णय पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय केवल मानदेय में वृद्धि नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में अपनी निष्ठा, समर्पण और परिश्रम से योगदान देने वाले सहायक कर्मियों के आत्मसम्मान और गरिमा को सम्मानित करने वाली एक दूरदर्शी और संवेदनशील पहल है।
उन्हाेंने कहा कि अब रसोइयों को 1650 के स्थान पर 3300, रात्रि प्रहरियों को 5000 के बदले 10000 तथा शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों को 8000 के स्थान पर 16000 मासिक मानदेय मिलेगा। साथ ही, वार्षिक वेतनवृद्धि को भी 200 से बढ़ाकर 400 कर दिया गया है, जो निश्चित रूप से उनके मनोबल को सुदृढ़ करेगी।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा केवल शिक्षक और पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक समग्र प्रणाली है जिसमें पोषण, सुरक्षा, स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन जैसे महत्वपूर्ण आयाम जुड़े होते हैं। इन सभी पहलुओं में रसोइयों, प्रहरियों और अनुदेशकों की भूमिका आधारस्तंभ के रूप में होती है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर यह प्रमाणित कर दिया है कि उनकी शासन-शैली मानवीय संवेदनाओं, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की प्रतिबद्ध मिसाल है। यह निर्णय न केवल लाखों परिवारों में आत्मगौरव, स्थायित्व और आशा का संचार करेगा, बल्कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी