पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम की हत्या के दूसरे दिन स्थानीय लोग ने किया विरोध प्रदर्शन
पटना जानीपुर मासूम बच्चों की हत्या मामले में स्थानीय लोग प्रदर्शन करते हुए


-मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली

पटना, 01 अगस्त (हि.स.)। पटना जिले के जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश के विरोध में शुक्रवार को लोगों ने प्रदर्शन किया और पुलिस से आरोपित को गिरफ्तार करने की मांग की।

बच्चो की हत्या के विरोध में शुक्रवार को जानीपुर में दुकाने बंद रही। लोगों ने सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन किया। स्थानीय लोग सड़क जामकर पुलिस महकमा के वरीय अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। आक्रोशित लोगों का कहना है कि पुलिस जांचकर घटना के आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।

दरअसल, दिनदहाड़े घर में घुसकर मासूम भाई-बहन की हत्या कर जलाने की वारदात में पुलिस दूसरे दिन भी खाली हाथ है।आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है। फिलहाल पुलिस आरोपित की पहचान तक नहीं कर सकी है।

हालांकि, घटना के बाद बीती रात पुलिस गांव में कैंप करते रही । देर रात घटना स्थल पर दोबारा पुलिस पहुंची थी। आरोपित की पहचान के लिए पुलिस तकनीकि जांच और स्थानीय लोगों से इनपुट जुटा रही है। पुलिस स्वजनों और उनके करीबी से लेकर संपर्क में आने वाले सभी लोगों से बच्चों से जुड़ी जानकारी जुटा रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि शवों को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनकी हत्या कर जलाया गया है। यह पोस्टमार्टम और फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाएगा। नगर पुलिस अधीक्षक (सिटी एसपी), पश्चिमी के नेतृत्व में विशेष टीम मामले की जांच कर रही है। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस बच्चों और उनके माता-पिता के व्यक्तिगत संबंधों के बारे में पता लगा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस परिवार के किसी से दुश्मनी तो नही है।

उल्लेखनीय है कि जानीपुर के नगवां निवासी ललन गुप्ता चुनाव आयोग के काल सेंटर में काम करते हैं। उनकी पत्नी शोभा कुमारी पटना, एम्स में एक निजी कंपनी के अधीन गार्ड हैं। दोनों गुरुवार की सुबह सात से आठ बजे के बीच काम पर चले गए। इससे पहले सुबह साढ़े छह बजे 15 वर्षीय बेटी अंजलि कुमारी और 10 वर्षीय बेटा अंशु स्कूल जा चुके थे। स्कूल से और दिनों की तरह दोनों बच्चे दोपहर दो बजे के आसपास घर लौटे। इसके एक घंटे बाद तीन बजे शोभा ड्यूटी कर घर लौटी, तो देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ है। वह घर में गई तो अंदर सन्नाटा था। बच्चों को पुकारा, पर कोई जवाब नहीं मिला। फिर देखा कि अंदर के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद है।

दरवाजा खोलकर अंदर गई, तो देखा कि बेटी बिस्तर पर मृत पड़ी है।

उसके शरीर का बड़ा हिस्सा और बिस्तर जला हुआ था। यह देख वह बदहवासी में बेटे को खोजते हुए दूसरे कमरे में गई, तो उसका शव भी बिस्तर पर पड़ा मिला। उसके शरीर का कुछ हिस्सा भी जला था। बेटे-बेटी का शव देख वह फूट फूटकर रोने लगी। चित्कार सुनकर पड़ोसी जुट गए। तब घटना की जानकारी उनके पति और रिश्तेदारों की दी गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी