कई विपक्षी दलों के नेता भी अब राहुल गांधी के रवैये से परेशान हैं : रिजिजू
कई विपक्षी दलों के नेता भी अब राहुल गांधी के रवैये से परेशान हैं : रिजिजू


नई दिल्ली, 1 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला।उन्होंने कहा कि वह देश विरोधी बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष के भीतर भी राहुल गांधी के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है।

रिजिजू ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी संवैधानिक संस्थाओं को धमकी दे रहे हैं। यह एक गहरी साजिश है, जो लोकतंत्र को कमजोर करने की ओर इशारा करती है। इस तरह का रवैया देश के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि कई विपक्षी दलों के नेता भी अब राहुल गांधी के रवैये से परेशान हैं। लोग कह रहे हैं कि राहुल गांधी एक गंदा खेल खेल रहे हैं और देश की छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।

रिजिजू ने राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद और लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष एक सोची-समझी साजिश के तहत देश की संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।

रिजिजू ने राहुल गांधी द्वारा बार-बार विदेशों और संसद में दिए जा रहे बयानों को भारत विरोधी बताते हुए कहा कि राहुल गांधी कोई बच्चे नहीं हैं। विपक्ष के एक जिम्मेदार नेता के रूप में यह उनका कर्तव्य बनता है कि वे देश विरोधी बयान न दें। भारत की अर्थव्यवस्था और छवि के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करना कतई उचित नहीं है।

संसद के मानसून सत्र को लेकर रिजिजू ने कहा कि पहले ही दिन से विपक्ष हंगामे पर उतारू है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की मांग पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा कराई गई, जिसमें सभी दलों ने भाग लिया। लेकिन जब अन्य मुद्दों पर चर्चा की बारी आई तो विपक्ष वेल में आ गया और संसद की कार्यवाही बाधित की। यह आरोप गलत है कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा।

उन्होंने कहा कि संसद के बार-बार स्थगित होने का सबसे बड़ा नुकसान विपक्षी सांसदों को हो रहा है, क्योंकि वे जनता के सवाल नहीं उठा पा रहे हैं।

एसआईआर (संवैधानिक संस्था द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया) पर चर्चा की विपक्ष की मांग पर रिजिजू ने कहा कि सरकार नियमों के अनुसार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन एसआईआर पर चर्चा संभव नहीं क्योंकि यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है और यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है।

रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार मजबूती से काम कर रही है और विपक्ष को भी लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखते हुए संसद में रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार