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रायपुर, 1 अगस्त (हि.स.)। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को रासायनिक उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। प्रदेश में 14.62 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के विरूद्ध 14.47 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया और किसानों को अब तक 10.91 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है।
राज्य में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) के व्यवहारिक विकल्प के रूप में नैनो डीएपी की बड़ी संख्या में भंडारण एवं वितरण की व्यवस्था की गई है। राज्य में एनपीके और एसएसपी उर्वरकों के भंडारण और वितरण का लक्ष्य बढ़ाया गया है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को ठोस डीएपी उर्वरक के विकल्प के रूप में नैनो डीएपी अथवा एनपीके और सिंगल सुपर फास्फेट खाद की अनुपातिक मात्रा का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
राज्य सरकार प्रदेश के किसानों को खेती-किसानी की सहूलियत प्रदान करने तथा साहूकारों से चगुंल से बचाने अल्पकालीन कृषि ऋण प्रदान करता है। राज्य में चालू खरीफ सीजन में किसानों को 5661 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण वितरण किया जा चुका है। यह लक्ष्य का 72 प्रतिशत है। ब्याज मुक्त ऋण वितरण से 12 लाख 76 हजार किसान लाभान्वित हुए है। इस वर्ष किसानों को 7300 करोड़ रूपए अल्प कृषि ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, खरीफ सीजन 2025 में राज्य में 14 लाख 62 हजार मे.टन. उर्वरक का आबंटन (लक्ष्य) प्रदान किया गया है। इनमें यूरिया का लक्ष्य 7 लाख 12 हजार मीट्रिक टन, डी.ए.पी. का 3 लाख 10 हजार मीट्रिक टन, एन.पी.के. का 1 लाख 80 हजार मीट्रिक टन, पोटाश का 60 हजार मीट्रिक टन तथा सुपर फास्फेट का 2 लाख मीट्रिक टन खाद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / गायत्री प्रसाद धीवर