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अयोध्या, 1 अगस्त (हि.स.)। झूलन में आज सज-धज के युगल सरकार बैठे हैं..। झूला झूलें अवधबिहारी संग जनकदुलारी..। प्यारी संग झूलत प्रीतम प्याराे.. यह बाेल हैं प्रतिष्ठित पीठ वेदमंदिर रामकाेट में चल रहे श्रावण झूलन महोत्सव के। जहां युगल सरकार के झूलनाेत्सव का आगाज हो चुका है। वेदमंदिर के वर्तमान पीठाधिपति महामंडलेश्वर श्रीमहंत रामनरेश दास महाराज के कुशल सानिध्य में प्रतिदिन युगल सरकार के झूलन महोत्सव की झांकी सज रही है। भगवान के झूलन झांकी का दर्शन कर साधु-संत, भक्तजन पुण्य के भागीदार बन रहे हैं। मठ में नित्य सायंकाल आरती-पूजन पश्चात युगल सरकार के झूलन की सुभव्य झांकी सज रही है, जिसका सिलसिला देररात्रि तक चल रहा है। अयोध्या समेत अन्य जगहों से पधारे गायक एवं कत्थक कलाकार विभिन्न-विभिन्न झूलन गीताें से झूलनाेत्सव की शाेभा बढ़ा रहे हैं। कलाकारों द्वारा झूलन महोत्सव में चार-चांद लगाया जा रहा है। वह उत्सव की महफिल भी सजा रहे हैं। इससे साधु-संत, श्राेता एवं भक्तगण मंत्रमुग्ध हाेकर खुशी से झूमने काे आतुर हैं। पूरा वेदमंदिर का प्रांगण झूलनाेत्सव के उल्लास में डूबा हुआ है। जहां श्रद्धा और गीत-संगीत की वैतरणी बह रही है। चाराें ओर हर्षोल्लास का वातावरण छाया हुआ है। जिसमें रमकर भक्तजन आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
वेदमंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत रामनरेश दास महाराज द्वारा कलाकारों को न्याैछावर भी भेंट किया जा रहा है। इस अवसर पर महंत रामनरेश दास महाराज ने कहा कि मठ में युगल सरकार का झूलनाेत्सव धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच रहा है। मंदिर में झूलनाेत्सव का कार्यक्रम श्रावण शुक्ल पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन तक चलेगा। उसके बाद प्रतिपदा तिथि लगने के साथ ही झूलन महोत्सव का समापन हो जायेगा। युगल सरकार के झूलन की झांकी अजब है, जिसका दर्शन करने से अपार पुण्य प्राप्ति हाेती है। युगल सरकार के झूलनाेत्सव की परंपरा अनादिकाल से चली आ रही है। भगवान श्रीराम और सीता ने सर्वप्रथम हरियाली तीज के दिन मणिपर्वत पर झूला झूला था। तब से झूलनाेत्सव की परंपरा चली आ रही है, जिसका निर्वाहन हम आज भी कर रहे हैं और अपने ठाकुरजी काे झूले पर पधराकर झूला झुला रहे हैं। इस माैके पर पीठ के उत्तराधिकारी महंत कन्हैया, रामायणी गाेवर्धन दास समेत अन्य साधु-संत व भक्तजन माैजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय