दुर्वासा आश्रम में मनाया गया भगवान का प्राण प्रतिष्ठा महाेत्सव
दुर्वासा आश्रम में मनाया गया भगवान का प्राणप्रतिष्ठा महाेत्सव


अयोध्या, 1 अगस्त (हि.स.)। अयोध्याधाम के परिक्रमा मार्ग स्थित दुर्वासा आश्रम सपरशुराम शिव पंचायतन मंदिर में विराजमान भगवान शिव, परशुराम, गणेश, नंदीश्वर, हनुमान, ललिताजी, सूर्य समेत अन्य देवी-देवताओं का दशम प्राण-प्रतिष्ठा महाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। महाेत्सव काे दुर्वासा आश्रम के अधिष्ठाता आचार्य श्रवण कुमार मिश्र ने अपना संयाेजन प्रदान किया। इस अवसर पर सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत परायण, भंडारा समेत अन्य कई धार्मिक अनुष्ठान व कार्यक्रम संपन्न हुए। सबसे पहले मठ में विराजमान देवी-देवताओं का वैदिक मंत्राेच्चारण संग अभिषेक-पूजन किया गया। तदुपरांत उनका दिव्य श्रृंगार हुआ। उसके बाद 56 भाेग लगाकर भगवान की भव्य आरती उतारी।

इस माैके पर दुर्वासा आश्रम सपरशुराम श्रवणेश्वर शिव पंचायतन मंदिर के अधिष्ठाता आचार्य श्रवण कुमार मिश्र ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आश्रम में विराजमान देवी-देवताओं का प्राण-प्रतिष्ठा महाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। यह भगवान का दसवां प्राण-प्रतिष्ठा महाेत्सव रहा। जाे तिथि अनुसार मनाया गया। श्रावण शुक्ल षष्ठी तिथि पर दुर्वासा आश्रम में भगवान शिव, परशुराम, गणेश, सूर्य, ललिता जी, नंदीश्वर समेत अन्य देवी-देवताओं की विधि-विधान पूर्वक प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी। तब से हम प्रतिवर्ष तिथि पर परंपरागत रूप से भगवान का प्राण-प्रतिष्ठा महाेत्सव मनाते हुए चले आ रहे हैं। जिसमें धार्मिक कई अनुष्ठान और कार्यक्रम किया जाता है। इसमें आश्रम से जुड़े शिष्य-अनुयायी, परिकर सम्मिलित हाेते हैं। जाे इस बार भी कार्यक्रम में शामिल हुए और भगवान के प्रति अपनी आस्था, श्रद्धा निवेदित की। साथ ही साथ पुण्य के भागीदार बने। आश्रम में सुबह से लेकर देरशाम तक विशिष्टजनाें तथा भक्ताें का तांता लगा रहा। जाे लगातार भगवान का दर्शन कर रहे थे। भक्तों ने भगवान से अपने जीवन में मंगल की किया।

उन्होंने बताया कि भगवान के दशम प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जाे सायंकाल से शुरू हाेकर देररात्रि तक चलता रहा। तब तक कई हजार लाेग प्रसाद ग्रहण कर चुके थे। सभी ने बड़े ही चाव संग भगवान का प्रसाद ग्रहण कर जीवन कृतार्थ किया। इस अवसर पर काफी संख्या में विशिष्ट एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय