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-प्रज्ञा बोलीं-13 दिनों तक प्रताडि़त कर मेरा जीवन नष्ट कर दिया गया
मुंबई, 31 जुलाई (हि.स.)। महाराष्ट्र के मालेगांव बम विस्फोट मामले में बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि आज हिंदुत्व की जीत हुई है, भगवा जीत गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें १७ सालों तक अपमानित किया गया, लेकिन मैं आज राहत महसूस कर रही हूं।
अदालत का फैसला सुनने के बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह भावुक हो गईं। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा , 'जब मुझे पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था, तो मैं मानवता और न्याय के सम्मान के साथ आई थी। मुझे 13 दिनों तक प्रताडि़त किया गया, मेरा जीवन नष्ट कर दिया गया। मुझे 17 साल तक अपमानित किया गया। मुझे अपने ही देश में आतंकवादी बना दिया गया। मैं उन लोगों के बारे में कुछ नहीं कह सकती जिन्होंने मुझे इन दिनों तक पहुँचाया। मैं जीवित हूँ क्योंकि मैं एक संन्यासी हूँ।'
उन्होंने कहा कि यहां तक कि संन्यासी, संत भी हर समय मर रहे हैं। उन्होंने भगवान को कलंकित किया है। फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने जजों का शुक्रिया अदा किया। मेरी बात सुनने और मुझे समझने के लिए धन्यवाद। आपने भगवा को आतंकवादी कहा। भगवा जीत गया है। हिंदुत्व जीत गया है। हिंदुत्व को आतंकवाद कहने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को मुंबई में विशेष एनआईए अदालत ने मालेगांव विस्फोट मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। अदालत ने कहा केवल संदेह के आधार पर आरोपितों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता, इसलिए सभी आरोपितों को बरी किया जा रहा है। मालेगांव में 29 सितंबर 2008 के बम विस्फोट मामले में 6 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी और सौ से ज़्यादा गंभीर रूप से घायल हुए थे। जांच एजेंसी ने इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह सहित ११ आरोपितों पर मामला दर्ज किया था और सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था। अदालत ने आज साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर , कर्नल प्रसाद पुरोहित , मेजर रमेश उपाध्याय, समीर कुलकर्णी, अजय राहिरकर, सुधाकर चतुर्वेदी और सुधाकर द्विवेदी को निर्दोष बरी किया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव