Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बीसलपुर से हो रही पानी की आवक, तीन गेट खुले, प्रतिक्षण 18 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
अजमेर, 31 जुलाई(हि.स.)। टोंक जिले में बनास नदी पर बने ईसरदा बांध में 30 जुलाई से पहली बार जल संग्रहण शुरू हो गया है। यह बांध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की महत्वाकांक्षी राम जल सेतु लिंक परियोजना (ईआरसीपी) के अंतर्गत निर्मित हुआ है। बांध में पानी भरने की शुरुआत को लेकर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने प्रसन्नता जताई है।
मंत्री रावत ने जानकारी दी कि बांध के निर्माण के बाद यह पहला मौका है जब इसमें जल संग्रहण किया जा रहा है। इसलिए सुरक्षा और तकनीकी दृष्टिकोण से विशेष सतर्कता बरती जा रही है। फिलहाल पहले चरण में 253 आरएल (मीटर) तक जल संग्रहित करने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में प्रति सप्ताह 0.6 फीट की दर से जल भराव किया जा रहा है और इसी रफ्तार से 15 सितंबर तक बांध को उसकी निर्धारित क्षमता तक भरने की योजना है।
रावत ने बताया कि ईसरदा बांध में फिलहाल बीसलपुर बांध से भी जल प्रवाह हो रहा है। बीसलपुर के तीन गेट खुले हैं और वहां से प्रतिक्षण 18 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। अतिरिक्त जल को ईसरदा से बाहर भी निकाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बनास नदी पर ईसरदा बांध के बनने से बीसलपुर तक की लगभग 90 किलोमीटर दूरी के दायरे में भूजल स्तर में उल्लेखनीय सुधार होगा। इस क्षेत्र में कुल 68 गांव शामिल हैं जो इस विकास से लाभान्वित होंगे। दोनों बांधों के बीच प्रवाहित जल से ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा भी बढ़ेगी।
रावत ने बताया कि ईसरदा बांध से टोंक जिले के 1,068 और सवाईमाधोपुर के 177 गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार पेयजल समस्या को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। राम जल सेतु लिंक परियोजना के माध्यम से राज्य के 13 से अधिक जिलों में पेयजल संकट का समाधान किया जा रहा है। उन्होंने ईसरदा बांध में जल संग्रहण की शुरुआत को सरकार की एक बड़ी उपलब्धि बताया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संतोष