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कोलकाता, 31 जुलाई (हि.स.) ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आगामी छह अगस्त को झाड़ग्राम में 'भाषा रैली' का नेतृत्व करेंगी। यह रैली भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों पर कथित हमलों के खिलाफ विरोध स्वरूप आयोजित की जा रही है। शांतिनिकेतन और कोलकाता में पहले ही ऐसी दो रैलियों का आयोजन कर चुकी मुख्यमंत्री अब जंगलमहल के आदिवासी बहुल इलाके झाड़ग्राम में सड़क पर उतरेंगी।
राजबाड़ी मोड़ से सर्कस मैदान तक यह रैली निकाली जाएगी जिसमें मुख्यमंत्री विभिन्न समाजसेवियों, सामाजिक संगठनों और जनजातीय समुदायों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगी।
मुख्यमंत्री की इस यात्रा और रैली की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार को कोलकाता के विधानसभा भवन में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, झाड़ग्राम जिला तृणमूल अध्यक्ष और विधायक दुलाल मुर्मू, बिनपुर के विधायक देवनाथ हांसदा और गोपीबल्लवपुर के विधायक खगेन्द्रनाथ महतो सहित जंगलमहल के अन्य नेता शामिल हुए। इसमें शामिल एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि खुद मंत्री हाकिम इस कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक दिन पहले ही झाड़ग्राम पहुंचेंगे।
विधायक देवनाथ हांसदा ने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान भाषा रैली के साथ-साथ एक प्रशासनिक बैठक और अन्य कार्यक्रम भी होंगे। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राजबाड़ी मोड़ से सर्कस मैदान तक रैली का नेतृत्व करेंगी, हालांकि जरूरत पड़ने पर रूट में बदलाव भी किया जा सकता है।
पिछले कुछ महीनों में देश के अलग-अलग हिस्सों से यह शिकायतें सामने आई हैं कि बंगाल के प्रवासी मजदूरों के साथ सिर्फ इसलिए अत्याचार किया गया क्योंकि वे बंगाली में बात कर रहे थे। कहीं उन्हें बांग्लादेशी कहकर पीटा गया, कहीं उनके पहचान पत्र छीन लिए गए, तो कहीं उनकी कमाई तक लूट ली गई। इन्हीं घटनाओं के खिलाफ अब मुख्यमंत्री ने विरोध की राह चुनी है।
शांतिनिकेतन और कोलकाता में भाषाई सम्मान को लेकर दो रैलियों के बाद अब झाड़ग्राम में यह तीसरी बड़ी रैली ममता बनर्जी की ओर से आयोजित की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर