धौलपुर में चंबल नदी ने दिखाया अपना रौद्र रुप,जलस्तर 142.60 मीटर पहुंचा, सेना ने संभाला मोर्चा
धौलपुर में चंबल नदी ने दिखाया अपना रौद्र रुप,जलस्तर 142.60 मीटर पंहुचा


धौलपुर में चंबल नदी ने दिखाया अपना रौद्र रुप,जलस्तर 142.60 मीटर पंहुचा


मुक्तिधाम में भरा चंबल का पानी,कोटा बैराज से हो रही पानी की आवक, एसडीआरएफ मौके पर पहुंची

धौलपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। धौलपुर में चंबल नदी का रौद्र रुप जारी है। चंबल नदी में लगातार हो रही पानी की आवक के चलते चंबल नदी का जलस्तर 142.60 मीटर तक पंहुच गया। जो खतरे के निशान 130.79 मीटर से करीब 12 मीटर अधिक है। जिले में लगातार हो रही वर्षा एवं चंबल नदी में पानी की अत्यधिक आवक होने के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए बचाव एवं राहत कार्य के लिए सेना को भी बुलाया गया है। इसके साथ ही एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें भी राहत कार्या में जुटीं हैं। जिला प्रशासन की ओर से नदी के पास नहीं जाने तथा आपात स्थिति में कंट्रेाल रुम को सूचित करने के संबंध में आमजन के लिए एडवायजरी भी जारी की गई है।

उधर,चंबल नदी में पानी की आवक के कारण चंबल नदी तट पर बना मुक्तिधाम भी पानी में डूब गया है। राजस्थान के हाडौती अंचल में हो रही लगातार बरसात तथा कोटा बैराज से पानी छोडे जाने के कारण धौलपुर में चंबल नदी उफान पर है। इसके साथ ही चंबल के तटीय इलाकों में बरसात होने के कारण भी चंबल नदी में लगातार पानी की आवक हो रही है। पानी की आवक के चलते बुधवार शाम को चंबल नदी का जलस्तर 141.50 मीटर तक पहुंच गया। इसके बाद में बुधवार रात को 9 बजे जलस्तर 142 मीटर तक जा पंहुचा। बीती रात को जलस्तर में बढोतरी का क्रम जारी रहा तथा गुरुवार सुबह 6 बजे बढ़कर 142.60 हो गया। जो खतरे के निशान 130.79 मीटर से करीब 12 मीटर अधिक है। चंबल नदी का जलस्तर फिलहाल स्थिर है तथा प्रशासन द्वारा जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। चंबल नदी के जलस्तर में बढाेतरी हाेने से चंबल के पुराने सडक पुल के नजदीक जलस्तर पंहुच चुका है। लेकिन नए सडक पुल के बनने के बाद में पुराने पुल काे कई साल पहले ही बंद किया जा चुका है। वहीं,आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर नए सडक पुल पर यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। चंबल नदी का जलस्तर बढने के कारण करीब चार दर्जन गांवों के रास्तों तक पानी पंहुच गया। जिले के तटीय इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है। जिला प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्याें के लिए सेना को बुला लिया है।

धौलपुर में खतरे के निशान से करीब 12 मीटर ऊपर बह रही चंबल नदी के कारण जिले में निचले क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी टी, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने सेना के मेजर अभय सिंह के साथ में जलस्तर में बढोतरी वाले संवेदनशील इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश के संबंध में कलक्ट्रेट में मीडिया को भी जानकारी दी। जिला कलेक्टर श्रीनिधि बी टी ने बताया कि जिन गांवों में पानी का स्तर आबादी क्षेत्र के नजदीक पहुंच गया है, वहां ग्रामीणों को समझाइश कर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा सुरक्षित आश्रयों पर भोजन और रहने की पूरी व्यवस्था की गई है। एसडीएम से लेकर पटवारी तक को फील्ड में तैनात कर दिया गया है। निचले क्षेत्रों में बसे लोगों को आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है और प्रशासन की ओर से उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीम भेजीं गईं हैं,जो लोगों की जांच एवं उपचार में जुटीं हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे चंबल नदी या अन्य जल स्रोतों के बहाव क्षेत्र में न जाएं और प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें। आम जन बाढ़ बचाव व राहत हेतु राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम टोल फ्री नम्बर 1070 एवं जिला स्तरीय कंट्रोल रूम टोल फ्री नम्बर 1077 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की अस्थायी व्यवस्था

धौलपुर। चंबल नदी के जलस्तर में बढोतरी के चलते चंबल नदी पर बने मुक्तिधाम में भी पानी भर गया है। जिसके चलते मुक्तिधाम सेवा समिति धौलपुर द्वारा अंतिम संस्कार के लिए पास में ही अस्थायी व्यवस्था की गई है। मुक्तिधाम के सचिव संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि मुक्तिधाम में चंबल का पानी भर जाने के कारण अंतिम संस्कार के लिए अस्थायी व्यवस्था की गई है। साथ ही ईंधन की पर्याप्त व्यवस्था है। आमजन को अंतिम संस्कार में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। मुक्तिधाम परिसर में चंबल नदी के पानी साथ में घड़ियाल आ जाने के कारण आमजन की सुरक्षा की दृष्टि से मुक्तिधाम के गेट को बंद कर दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप