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पलवल, 31 जुलाई (हि.स.)। जिले में लगातार हो रही बारिश और यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांवों के खेतों में जलभराव हो गया है। इस आपदा की वजह से 500 एकड़ से अधिक फसलें बर्बाद हो चुकी हैं । नुकसान से परेशान किसानों ने गुरुवार को जिला परिषद के सीईओ जितेंद्र कुमार से मुलाकात की और मुआवजे की मांग उठाई।
प्रभावित किसानों का कहना है कि उनके खेतों में भारी मात्रा में बरसाती पानी भर गया है, जिससे धान, बाजरा और अन्य फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। किसानों ने बताया कि बारिश का पानी लगातार खेतों में जमा होता जा रहा है और सिंचाई या निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
बागपुर खुर्द गांव की महिला सरपंच के पति कृष्णपाल प्रधान ने किसानों के साथ मिलकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रशासन को तत्काल सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए, ताकि गरीब किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने गुरुवार को बताया कि उत्तर प्रदेश और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। खतावर क्षेत्र के ग्रामीणों में डर का माहौल है, क्योंकि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच चुका है।
किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि बर्बाद हुई फसलों का तुरंत सर्वे करवाया जाए और प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि वे दोबारा खेती के लिए तैयार हो सकें। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को शीघ्र सर्वे करवाने और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग