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नई दिल्ली, 26 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी माले यात्रा के दौरान आज मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के समारोह में 'मुख्य अतिथि' के रूप में शामिल हुए। यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री मालदीव में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग ले रहा है।
प्रधानमंत्री, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू के साथ रिपब्लिक स्क्वायर में स्वतंत्रता दिवस परेड के साक्षी बने। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने मालदीव की जनता और सरकार को हार्दिक बधाई दी। समारोह में मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों और अन्य स्थानीय इकाइयों की ओर से परेड के साथ-साथ एक आधुनिक राष्ट्र के रूप में मालदीव की उपलब्धियों पर आधारित कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गईं।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति मुइज्जू और मालदीव की जनता को निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया। स्वतंत्रता दिवस समारोह में 'मुख्य अतिथि' के रूप में उनकी भागीदारी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर है। वर्ष 2025 में भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष भी पूरे हो जाएंगे।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री की दो दिवसीय मालदीव यात्रा भी संपन्न हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत समय की कसौटी में मालदीव का सच्चा साथी साबित हुआ है। भारत हमेशा से मालदीव के लिए सबसे पहले आगे आता है और आगे भी यह स्थिति जारी रहेगी। मालदीव भारत की पड़ोसी प्रथम और महासागर नीति का अहम भागीदार है।
मालदीव यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (आईटीइसी) कार्यक्रम के लाभार्थियों से संवाद किया। यह कार्यक्रम क्षमता निर्माण पर केंद्रित है और इसमें पुलिसकर्मी, सरकारी अधिकारी, पैरामेडिक्स और नर्सें भाग लेती हैं। प्रधानमंत्री ने इस पहल के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे भारत-मालदीव साझेदारी का सशक्त माध्यम बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच जीवंत एवं सशक्त जन-सामान्य के संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रवासी हमारी साझी सांस्कृतिक विरासत के संवाहक हैं और द्विपक्षीय संबंधों में सेतु की भूमिका निभाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी से मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भी मुलाकात की। इस भेंट में ‘पड़ोसी प्रथम नीति’ और भारत की ‘महासागर दृष्टि’ पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत मालदीव के विकासात्मक प्रयासों तथा क्षमता निर्माण में निरंतर सहयोग करता रहेगा।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी ने मालदीव की पीपल्स मजलिस (संसद) के अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला से भी मुलाकात की। इस बैठक में दोनों देशों की संसदों के बीच मजबूत संबंधों और दीर्घकालिक मित्रता पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मालदीव में संस्थागत विकास और क्षमता निर्माण की दिशा में अपना सहयोग जारी रखेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा