चैंबर केवल एक संस्था नहीं, बल्कि झारखंड के औद्योगिक इतिहास की आत्मा है : राज्यपाल
राज्यपाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए


पूर्वी सिंहभूम , 26 जुलाई (हि.स.)। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार शनिवार को पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्लेटिनम जुबिली समारोह में शामिल हुए।इस अवसर पर उन्होंने संस्था की नींव रखने वाले संस्थापकों के दृष्टिकोण, परिश्रम और प्रतिबद्धता की सराहना की। साथ ही संंस्था को 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम चैंबर केवल एक संस्था नहीं, बल्कि झारखंड के औद्योगिक इतिहास की आत्मा रही है, जिसने दशकों से राज्य को दिशा भी दी है और दशा भी बदली है।

उन्होंने जमशेदपुर को एक आदर्श सामाजिक-औद्योगिक मॉडल बताते हुए कहा कि टाटा समूह की दूरदृष्टि ने इस नगरी को न केवल औद्योगिक, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और कौशल विकास के क्षेत्रों में भी अग्रणी बनाया है। उन्होंने स्वच्छता रैंकिंग में देश में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर जमशेदपुर के नागरिकों को बधाई दी।

राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया और वोकल फॉर लोकल अभियानों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के चैंबर्स इन पहलों में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि झारखंड प्राकृतिक संसाधनों, श्रमशक्ति और युवाशक्ति से समृद्ध है। ऐसे में यदि उद्योग, नीति और कौशल का समन्वय हो, तो यह राज्य देश की आर्थिक रीढ़ बन सकता है।

राज्यपाल ने आह्वान किया कि चैंबर्स सामाजिक विकास, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के कार्यों में भी पूर्ण रुचि लें और इनसे गहराई से जुड़ें, ताकि विकास समावेशी बने।

उन्होंने कहा कि झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम करना है, विशेषकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हमारा राज्य राष्ट्रीय स्तर पर बहुत पीछे है। उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में चैंबर की सक्रिय भागीदारी अपेक्षित है।इस अवसर पर राज्यपाल से चैंबर के सदस्यों ने भी अपने विचारों को साझा किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे