महिलाओं के उल्लास से गूंजा उदयपुर में हरियाली अमावस्या मेले का दूसरा दिन
महिलाओं के उल्लास से गूंजा उदयपुर में हरियाली अमावस्या मेले का दूसरा दिन


उदयपुर, 25 जुलाई (हि.स.)। हरियाली अमावस्या के दूसरे दिन शुक्रवार को उदयपुर की फिजा पूरी तरह महिलाओं के उल्लास से सराबोर रही। परम्परागत रूप से केवल महिलाओं के लिए समर्पित इस दिन को 'सखियों का त्योहार' कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। सहेलियों की बाड़ी, सहेली मार्ग से लेकर फतहसागर झील की पाल तक महिलाएं ठहाके लगाती, झूमती, झूलों में झूलती और सेल्फी लेती दिखाई दीं।

परंपरा, परिवार और मौजमस्ती के रंग इस मेले में एक साथ बिखरे नजर आए। कहीं दादी पोती को घेरे बैठी थी, तो कहीं सास-बहू साथ में खरीदारी में मशगूल दिखीं। रामपुरा की भाविका सोलंकी अपने सास, दादी और जेठानी के साथ मेला देखने आईं और उन्होंने कहा, संयुक्त परिवार की असली खुशी तो ऐसे मेलों में ही सामने आती है।

डोलर, चकरी और अन्य झूलों पर चढ़ने को लेकर महिलाओं और बच्चों में खूब उत्साह दिखा। झूलों में बैठकर समूहों ने एक साथ हंसी-ठिठोली करते हुए ऐसा शोर मचाया कि पूरा वातावरण जीवंत हो उठा। मेला सिर्फ खरीदारी का नहीं, आपसी रिश्तों की मिठास बढ़ाने का माध्यम भी बना।

सहेलियों की बाड़ी से लेकर फतहसागर के किनारे तक 650 से अधिक दुकानें सजी थीं। हस्तशिल्प, साज-शृंगार, पारंपरिक वस्त्र और आभूषणों की दुकानों पर खासी भीड़ रही। महिलाओं ने भुट्टे, मालपुए और कुल्फी जैसे पारंपरिक स्वादों का भी भरपूर आनंद उठाया।

महिला मेला होने के कारण सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था में विशेष सतर्कता बरती गई। 15 से अधिक स्थानों पर एंट्री बंद कर दी गई जिससे करीब डेढ़ किलोमीटर तक महिलाएं पैदल चलीं, लेकिन किसी ने भी शिकायत नहीं की। सभी ने इसे मेले का हिस्सा मानते हुए मुस्कुराते हुए तय किया।

हर वर्ग की महिलाएं इस मेले में शामिल हुईं। युवतियां, नवविवाहिताएं, माताएं, दादियां, सबके चेहरे पर उत्साह की चमक साफ झलक रही थी। समूहों में नाचते-गाते महिलाएं “हम भी किसी से कम नहीं”की जीवंत मिसाल पेश कर रही थीं।

हरियाली अमावस्या का यह महिला मेला महज एक परंपरा नहीं बल्कि शहर की संस्कृति, आपसी मेल-जोल और स्त्री सामूहिकता का जश्न है, जो पीढ़ियों को जोड़े रखने का मधुर माध्यम बन चुका है। उदयपुर की झीलें हरियाली अमावस्या के दूसरे दिन स्त्रियों की खिलखिलाहट से झंकृत होती रहीं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता