दालमंडी चौड़ीकरण के विरोध में मुफ्ती-ए-बनारस ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
मुफ्ती-ए-बनारस


—छह वक्फ मस्जिदों के विध्वंस की आशंका पर जताई चिंता, वैकल्पिक रास्ता तलाशने की मांग

वाराणसी, 25 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर स्थित अतिसंवेदनशील दालमंडी क्षेत्र में चल रहे सड़क चौड़ीकरण अभियान का विरोध अल्पसंख्यक समाज कर रहा है। इसी क्रम में मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर इस परियोजना को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने की मांग की है।

शुक्रवार को भेजे गए पत्र में मुफ्ती-ए-बनारस ने बताया कि प्रस्तावित चौड़ीकरण की जद में इस्लाम धर्म से जुड़ी छह पंजीकृत वक्फ मस्जिदें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि इन मस्जिदों का विध्वंस न केवल संविधान और धार्मिक भावनाओं का उल्लंघन होगा, बल्कि इससे अल्पसंख्यक समुदाय में गहरा असंतोष और असुरक्षा की भावना भी पनपेगी।

मौलाना ने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्ययोजना एक विशेष समुदाय के प्रति पूर्वाग्रहपूर्ण निर्णय का संकेत देती है। उन्होंने पत्र में यह जानकारी भी दी कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस परियोजना के खिलाफ संबंधित मस्जिदों और भवन स्वामियों को अस्थायी स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) जारी किया है। इससे स्पष्ट होता है कि इस परियोजना में विधिक जटिलताएं भी हैं।

उन्होंने राष्ट्रपति से करबद्ध प्रार्थना की कि वे इस गंभीर विषय का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को इस परियोजना पर तत्काल रोक लगाने और वैकल्पिक मार्गों की तलाश करने का निर्देश दें।

—स्थानीय मुस्लिम समुदाय में आक्रोश

ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ी अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव मौलाना एसएम यासीन ने भी मुफ्ती-ए-बनारस की बात को दोहराया है। उन्होंने कहा कि दालमंडी क्षेत्र को उजाड़े जाने की खबर से हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग चिंतित हैं। मौलाना यासीन ने कहा, “छह मस्जिदों को बुलडोज़र से गिराने की योजना को लेकर क्षेत्र के मुसलमानों में भारी आक्रोश है, जबकि प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आ रहा है।”

—परियोजना की पृष्ठभूमि

गौरतलब है कि दालमंडी इलाका काशी विश्वनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित है और यह वाराणसी की दो प्रमुख सड़कों—बेनियाबाग-गोदौलिया और मैदागिन-गोदौलिया—को जोड़ता है। मंदिर में लगातार श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण की योजना बनाई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी