इंदौर : सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर 29 वाहनों का पंजीयन निरस्त
प्रतिबंध के बावजूद वाटरफॉल पहुंचे सैलानी, वाहनों पर की गई चालानी कार्रवाई


इंदौर, 25 जुलाई (हि.स.)। इंदौर में सड़क सुरक्षा को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत शुक्रवार को इंदौर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध प्रदेश में अपनी तरह की पहली कार्रवाई की गई है। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय द्वारा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले 29 वाहनों के पंजीयन निरस्त कर दिये गए हैं।

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में विगत एक जुलाई 2025 को आयोजित इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) की समीक्षा बैठक में यातायात नियमों के उल्लंघन पर कठोर कार्रवाई का निर्णय लिया गया था। इसी क्रम में शुक्रवार को 29 ऐसे वाहनों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है, जो बार-बार नियमों का उल्लंघन कर आमजन की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके थे।

आईटीएमएस प्रणाली के अंतर्गत शहर में लगे कैमरों के माध्यम से पुलिस विभाग द्वारा तीन नवम्बर 2023 से लगातार ई-चालान जारी किए जा रहे हैं। पुलिस विभाग द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के विश्लेषण में यह पाया गया कि कुछ वाहन स्वामी बार-बार रेड लाइट जम्प, ट्रिपल राइडिंग जैसे गंभीर उल्लंघन कर रहे हैं। ऐसे 31 रिपीटेड ट्रैफिक वायलेटर्स की पहचान इंदौर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लिमिटेड द्वारा की गई और सूची आरटीओ कार्यालय को सौंपी गई। इन वाहन स्वामियों को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया, किंतु 29 वाहन स्वामी निर्धारित समय सीमा में उपस्थित नहीं हुए। फलस्वरूप आज 25 जुलाई 2025 को केंद्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 की धारा 55(3) के अंतर्गत उनके पंजीयन निरस्त कर दिए गए। शेष 2 प्रकरण अभी विचाराधीन हैं।

इंदौर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि यह कार्यवाही न केवल प्रदेश में अपनी तरह की पहली है। उन्होंने कहा कि बार-बार ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले केवल ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए जाते थे, किंतु अब वाहन पंजीयन निरस्ती की यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। यह निर्णय इंदौर की सड़कों को अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और जनता के लिए सहज बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर