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बीकानेर, 25 जुलाई (हि.स.)। राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर में आज विवेकानंद युवा अभिमुखीकरण एवं राष्ट्रीय जागृति के लिए प्रेरणा केंद्र ‘व्योम’ का उद्घाटन किया गया। यह बीकानेर का प्रथम व्योम केंद्र है, जिसका उद्घाटन नव-पुनर्निर्मित व्योम हॉल में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आर.के. पुरोहित, मुख्य अतिथि कुलगुरु, एमजीएसयू प्रो. मनोज दीक्षित, विशिष्ट अतिथि स्वामी विमर्शानंद गिरि महाराज (अधिष्ठाता, शिवबाड़ी मठ) एवं टेकचंद बरडिया (आरएसएस बीकानेर विभाग संघचालक) द्वारा किया गया।
व्योम समन्वयक प्रो. दिव्या जोशी ने केंद्र की संकल्पना पर प्रकाश डालते हुए इसके चार प्रमुख उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रेरित युवाओं की एक पीढ़ी का निर्माण, सामाजिक-सांस्कृतिक उन्नति को बढ़ावा, पारंपरिक विरासत का संरक्षण, स्वामी विवेकानंद के विचारों का प्रसार शामिल है।
प्राचार्य प्रो. पुरोहित ने बताया कि यह केंद्र विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए समर्पित है। इस अवसर पर व्योम हॉल, केंद्र का लोगो एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का भी लोकार्पण किया गया।
कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने स्वामी विवेकानंद के वैश्विक शैक्षिक दृष्टिकोण की व्याख्या करते हुए उनके विचारों को वर्तमान शिक्षा प्रणाली से जोड़ा।
स्वामी विमर्शानंद गिरि महाराज ने विवेकानंद के विचारों में निहित आध्यात्मिकता की प्रासंगिकता पर बल दिया, वहीं टेकचंद बरडिया ने भारतीय संस्कृति और भारत के एकीकरण में विवेकानंदजी के विचारों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव