Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भोपाल, 23 जुलाई (हि.स.)। राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (सिया) के चेयरमैन से विवाद के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ नवनीत मोहन कोठारी और एप्को की कार्यपालन संचालक उमा माहेश्वरी आर को हटा दिया है। इसके साथ ही राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता को भी स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि चंद्रमौलि को अपर सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार की रात इस संबंध में आदेश जारी किया है।
जारी आदेश के अनुसार, पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. कोठारी को राज्यपाल का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं, अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता को राजभवन से हटाकर कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग में पदस्थ किया गया है। साथ ही उमा माहेश्वरी आर अब केवल ओएसडी सह संचालक भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी का दायित्व संभालेंगी। एप्को की जिम्मेदारी से उन्हें हटा दिया गया है।
इसके अलावा कुछ आईएएस अफसरों को अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जरी आदेश के अनुसार, अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल को अपने पूर्व की जिम्मेदारियों के साथ अपर मुख्य सचिव पर्यावरण विभाग, पर्यावरण आयुक्त और महानिदेशक एप्को का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। साथ ही चंद्रमौलि शुक्ला को वर्तमान दायित्वों के साथ अपर सचिव मुख्यमंत्री का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। दीपक आर्य को ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के सीईओ के साथ कार्यपालन संचालक पर्यावरण नियोजन और समन्वय संगठन एप्को का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता के कुटीर और ग्रामोद्योग का चार्ज लेने के बाद अमित राठौर प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर कुटीर व ग्रामोद्योग के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। उमा माहेश्वरी आर अब सिर्फ ओएसडी सह संचालक भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी की जिम्मेदारी संभालेंगी, दीपक आर्य के चार्ज लेने के साथ वे कार्यपालन संचालक पर्यावरण नियोजन और समन्वय संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त होंगी।
गौरतलब है कि सिया के अध्यक्ष एसएनएस चौहान ने अधिकारिक स्तर पर पर्यावरणीय प्रकरणों में अनुमति दिए जाने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्य सचिव अनुराग जैन से की थी। शासन स्तर से तत्काल इस पर निर्णय नहीं लिए जाने के बाद दोनों पक्षों विवाद बढ़ गया।मुख्यमंत्री डॉ यादव के दुबई प्रवास के दौरान पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ नवनीत कोठारी और सिया के चेयरमैन एसएनएस चौहान के बीच चल रहे विवाद में तब और गहरा गया, जब एप्को परिसर स्थित सिया के चेयरमैन के दफ्तर में ताला लगा दिया गया था। मुख्यमंत्री को दुबई प्रवास के दौरान यह जानकारी मिली थी। इसके बाद सिया चेयरमैन के दफ्तर का ताला खोल दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा विवाद
बुधवार को यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने इससे जुड़ी याचिका स्वीकार करने के साथ ही पर्यावरण से जुड़े प्रकरणों में संचालक मंडल को दरकिनार कर अनुमति दिए जाने पर नाराजगी जताई। कोर्ट का रुख सामने आते ही राज्य सरकार ने आनन-फानन में कोठारी व उमा महेश्वरी को एप्को से हटाने का निर्णय लिया।
-----------
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर