एडीबी की टीम ने की मंत्री टेटवाल से मुलाकात, एसएसआरजीएसपी का किया भ्रमण
एडीबी की टीम ने की मंत्री टेंटवाल से मुलाकात


मंत्री टेटवाल के साथ एडीबी की समीक्षा बैठक


भोपाल, 23 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश के दौरे पर आई एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की पोर्टफोलियो प्रबंधन मिशन टीम ने बुधवार को भोपाल मे प्रदेश के कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल से भेंट कर एडीबी सहायता प्राप्त परियोजनाओं की प्रगति और प्रभाव पर विस्तृत चर्चा की। मंत्री टेटवाल ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार युवाओं के कौशल विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।

मंत्री टेटवाल ने संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क (एसएसआरजीएसपी) की सफलता का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां से प्रशिक्षित युवाओं को देश के साथ-साथ विदेशों में भी रोजगार मिल रहे हैं, जो संस्थान की गुणवत्ता और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है। टेटवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एडीबी द्वारा दिए गए सुझावों का गंभीरता से अनुकरण कर समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

एडीबी मिशन टीम ने इससे पहले दो दिवसीय प्रवास के दौरान राजधानी भोपाल स्थित देश के पहले संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क (एसएसआरजीएसपी) का भ्रमण कर संस्थान की आधुनिक प्रशिक्षण व्यवस्था, आधारभूत संरचना और नवाचार आधारित कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। टीम के सदस्यों ने प्रशिक्षुओं से सीधा संवाद कर उनके अनुभव जाने और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। प्रतिनिधियों ने एसएसआरजीएसपी की गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण व्यवस्था की सराहना करते हुए इसे कौशल विकास के क्षेत्र में एक अनुकरणीय मॉडल बताया।

संस्थान के सीईओ गिरीश शर्मा ने टीम को संस्थान की उपलब्धियों, उद्योग साझेदारी मॉडल, नवाचार आधारित प्रशिक्षण और उच्च प्लेसमेंट दर के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसएसआरजीएसपी कौशल आधारित शिक्षा का एक प्रेरणास्पद मॉडल बन चुका है, जो युवाओं को वैश्विक अवसरों से जोड़ रहा है।

मंत्री टेटवाल के साथ एडीबी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन के अनुरूप राज्य में संचालित एडीबी सहायता प्राप्त परियोजनाओं की प्रगति, कार्यान्वयन की गुणवत्ता, जोखिम मूल्यांकन और प्रबंधन रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई। बैठक में मध्य प्रदेश कौशल विकास परियोजना (एमपी-एसडीपी), सिंचाई दक्षता सुधार परियोजना, शहरी सेवा सुधार परियोजना, सड़क नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं लचीलापन परियोजना और सार्वजनिक-निजी भागीदारी आधारित सड़क विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। संबंधित विभागों और परियोजना इकाइयों के प्रतिनिधियों ने जमीनी अनुभव, उपलब्धियों और सामने आ रही चुनौतियों को साझा किया।

एडीबी मिशन यात्रा का प्रमुख उद्देश्य राज्य में संचालित परियोजनाओं में जोखिमों की पहचान, उनके समाधान की प्रक्रिया का मूल्यांकन और अनुभवों के आधार पर 'प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन हैंडबुक' (पीआईएच) का प्रारूप तैयार करना है। यह हैंडबुक परियोजना योजना, निष्पादन, निगरानी और समापन की प्रक्रिया में व्यवहारिक मार्गदर्शिका सिद्ध होगी, जिसमें पारदर्शिता और जोखिम प्रबंधन को विशेष महत्व दिया जाएगा।

एडीबी मिशन की यह यात्रा न केवल एसएसआरजीएसपी जैसी संस्थाओं की गुणवत्ता को वैश्विक स्तर पर प्रमाणित करती है, बल्कि मध्य प्रदेश की विकास परियोजनाओं में पारदर्शिता, गुणवत्ता और परिणामोन्मुखी दृष्टिकोण को भी सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

इस उच्चस्तरीय मिशन में मनीला (फिलीपींस) स्थित एडीबी मुख्यालय एवं भारत कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रधान पोर्टफोलियो प्रबंधन विशेषज्ञ युजी ओनो, वरिष्ठ पोर्टफोलियो प्रबंधन अधिकारी सुश्री पामेला बारामेडा, सलाहकार श्री हंस कार्लसन तथा संचालन अधिकारी एवं मिशन समन्वयक अखिलेश साम्याल सम्मिलित रहे। मिशन प्रतिनिधियों ने दो दिनों तक विभिन्न परियोजना स्थलों का भ्रमण कर कार्यान्वयन इकाइयों के प्रतिनिधियों से भी संवाद किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर