हार्वर्ड की फंडिंग केस पर ट्रंप का न्यायाधीश पर हमला, कहा- टोटल डिजास्टर
हार्वर्ड की फंडिंग केस पर ट्रंप का न्यायाधीश पर हमला, कहा- टोटल डिजास्टर


-जज का हार्वर्ड फंडिंग मामले में तुरंत फैसला देने से इनकार

वॉशिंगटन, 22 जुलाई (हि.स.)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग से जुड़े मुकदमे की सुनवाई समाप्त होने के तुरंत बाद केस की सुनवाई कर रहीं संघीय न्यायाधीश एलिसन बरोस पर तीखा हमला बोला।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर लिखा, एलिसन बरोस एक 'टोटल डिजास्टर' हैं, यह मैं उनके निर्णय को सुने बिना ही कह रहा हूं।

ट्रंप ने आरोप लगाया कि उन्होंने हार्वर्ड से जुड़े मामलों पर व्यवस्थित रूप से नियंत्रण कर लिया है और वह हमारे देश के लोगों के लिए हार की गारंटी हैं। उन्होंने आगे लिखा कि हार्वर्ड के पास बैंक में 52 अरब डॉलर हैं, फिर भी यह संस्था यहूदी विरोधी, ईसाई विरोधी और अमेरिका विरोधी है। बतादें कि जज बरोस की नियुक्ति पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की थी।

यह टिप्पणी उस समय आई जब हार्वर्ड के वकील फेडरल कोर्ट में 2.6 अरब डॉलर की फंडिंग कटौती के खिलाफ ट्रंप प्रशासन को चुनौती दे रहे थे। विश्वविद्यालय ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह शैक्षणिक स्वतंत्रता को प्रभावित करने के लिए फंडिंग का इस्तेमाल दबाव के उपकरण के रूप में कर रही है।

दरअसल, यूएस डिस्ट्रिक्ट जज एलिसन बरोस ने सोमवार को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की फंडिंग कटौती को बहाल करने की याचिका पर तुरंत कोई फैसला नहीं सुनाया। अदालत में मौखिक सुनवाई के बाद जज बरोस ने कहा कि वह मामले को विचाराधीन रखेंगी और निर्णय बाद में लिखित रूप में जारी करेंगी।

उल्लेखनीय है कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने 2.6 अरब डॉलर की फंडिंग में की गई कटौती को अदालत में चुनौती दी है। विश्वविद्यालय का आरोप है कि ट्रंप प्रशासन शैक्षणिक स्वतंत्रता पर दबाव बनाने के लिए फंडिंग का इस्तेमाल एक हथियार के रूप में कर रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय