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बांदा, 18 जुलाई (हि.स.)। जिले के तिंदवारी थाना क्षेत्र अंतर्गत परसौड़ा गांव में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई। बारिश के कारण उफनाए नाले को देखने गए किशोर और उसका छोटा भाई पानी से भरे गड्ढे में डूब गए। घंटों की मशक्कत के बाद जब उनके शव मिले, तो परिवार में कोहराम मच गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वही एक अन्य घटना में भैंस लेकर नाला पार करते समय युवक की डूबने से मौत हो गई।
गुरुवार की रात से लगातार हो रही बारिश के चलते परसौड़ा गांव स्थित उसरा नाला उफान पर आ गया। यही नाला पपरेदा, मिरगाहनी, बछेउरा समेत आसपास के गांवों का पानी निकालता है। बारिश के चलते नाले के समीप बने एक गड्ढे में भी पानी भर गया था। शुक्रवार सुबह लगभग 12 वर्षीय किशन पुत्र पप्पू वर्मा अपने 10 वर्षीय भाई लवकुश के साथ उफनाए नाले को देखने गया था। अचानक लवकुश का पैर फिसल गया और वह नाले में बहकर गड्ढे में जा डूबा। छोटे भाई को डूबता देख किशन ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी पानी की तेज धार में समा गया।
दोनों भाइयों के डूबने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई। लगभग पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने दोनों भाइयों के शव पानी से बाहर निकाले।
घटना की सूचना पर जसपुरा पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए बांदा भेज दिया। मृतकों के पिता पप्पू वर्मा ने बताया कि उनके चार बेटे और दो बेटियां हैं। अचानक हुई इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। मां शांति देवी का रो-रो कर बुरा हाल है।
घटना की जानकारी मिलते ही जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद और नायब तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। मंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
इसी तरह जसपुरा थाना क्षेत्र के सिकहुला गांव में शुक्रवार सुबह एक युवक की नाले में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान दिनेश नामक युवक के रूप में हुई है, जो बीते दस वर्षों से गांव के ही अमित सिंह के यहां नौकर के रूप में रह रहा था। ग्राम प्रधान सुरेंद्र पाल व लाल बाबू मिश्रा ने बताया कि दिनेश करीब दस वर्ष पूर्व गांव में घूमते-घूमते अमित सिंह के ट्यूबवेल पर पहुंचा था। मानसिक रूप से कमजोर था और हकलाकर बोलता था। तभी से उसे नौकर के रूप में रख लिया गया था।
शुक्रवार सुबह करीब दस बजे वह एक अन्य नौकर के साथ भैंस चराने गया था। सिकहुला गांव के पास से गुजर रहे बाँदा-हमीरपुर राजकीय मार्ग के किनारे स्थित नाले में भैंसें पार कर रही थीं। उसी दौरान दिनेश भी नाले में कूद गया। दूसरा नौकर और भैंस तो नाला पार कर गए, लेकिन दिनेश डूब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
क्षेत्राधिकारी सदर राजवीर सिंह ने परसौडा में दो बच्चों की मौत की पुष्टि की है
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह