अपराधियों को सजा दिलाने के लिए ई-साक्ष्य ऐप का करें उपयोग : एसपी
रामगढ़, 10 जुलाई (हि.स.)। देश में नया क्रिमिनल लॉ बन गया है। अब अगर अपराधियों को सजा दिलाना है तो ई-साक्ष्य ऐप को लेकर भी पुलिस पदाधिकारी को जागरूक होना होगा। यह बातें गुरुवार को एसपी कार्यालय में आयोजित क्राइम मीटिंग में एसपी अजय कुमार ने कही। उन्
बैठक में शामिल एसपी


रामगढ़, 10 जुलाई (हि.स.)। देश में नया क्रिमिनल लॉ बन गया है। अब अगर अपराधियों को सजा दिलाना है तो ई-साक्ष्य ऐप को लेकर भी पुलिस पदाधिकारी को जागरूक होना होगा। यह बातें गुरुवार को एसपी कार्यालय में आयोजित क्राइम मीटिंग में एसपी अजय कुमार ने कही।

उन्होंने बताया कि न्यू क्रिमिनल लॉ के तहत ही अब अपराधियों को बेहतर तरीके से सजा दिलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ जिले में संगठित अपराध के खिलाफ भी लगातार अभियान चलाया जाना है। साथ ही कोयला, बालू और पत्थर के तस्करों पर भी विशेष निगाह रखी जानी है।

लंबित मामलों का तत्काल करें निष्पादन

बैठक के दौरान एसपी अजय कुमार ने कहा कि लंबित मामलों का निष्पादन अति शीघ्र होना चाहिए।

बैठक मेंहत्या, पोक्सो, आगजनी, नक्सली, अपराधिक, महिला उत्पीड़न, साइबर धोखाधड़ी, एनडीपीएस, लूट, डकैती, गृह भेदन, चोरी की वारदातों की समीक्षा की गई।

इस दौरान सक्रिय अपराधियों का प्रोफाइल तैयार करने, संवेदनशील कांडों में जेल से बाहर निकले अपराधियों और उनके जमानतदारों का वेरिफिकेशन करने की भी बात कही। सभी थाने में प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी के साथ मॉर्निंग मीटिंग कर टास्क करने का भी निर्देश उन्होंने दिया। साथ ही लंबित सम्मन, वारंट, कुर्की, पासपोर्ट, कैरेक्टर वेरीफिकेशन, पीजी पोर्टल, आयोग से संबंधित मामले पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने पोक्सो और बलात्कार के मामलों को दो माह के अंदर निष्पादित करने की बात भी कही।

गिरफ्तार अपराधियों के फिंगरप्रिंट नफीस पर करें अपडेट

एसपी ने कहा कि जितने भी अपराधी गिरफ्तार होकर जेल भेजे गए हैं, उनका फिंगरप्रिंट एनएएफआईएस पर अपलोड होना बेहद आवश्यक है। क्योंकि अक्सर जेल से निकलने के बाद वही अपराधी दोबारा घटनाओं को अंजाम देते हैं। फिर पुलिस उन्हें पहचान करने में समय गंवा देती है। अगर नफीस पर उनके फिंगरप्रिंट अपडेट रहेंगे तो सबूत के आधार पर उनका मिलान कर तत्काल उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। पुराने मामलों में आरोपियों को भी समय पर अदालत में उपस्थित कराने, अस्पतालों की सुरक्षा, सड़क सुरक्षा पर भी उन्होंने ध्यान देने को कहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश