नीलकंठ फैमिली रेस्टोरेंट का मालिक निकला शराफत हुसैन, बोला रेस्टोरेंट का नाम बदल दूंगा
- कांवड़ मार्ग पर मौजूद सभी होटलों और रेस्टोरेंटों में क्यू आर कोड लगाने का काम चल रहा है : खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुरादाबाद, 10 जुलाई (हि.स.)। मुरादाबाद जिले में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन होटलों और रेस्टोरेंटों पर कड़ी नजर रख
नीलकंठ फैमिली रेस्टोरेंट का बोर्ड।


नीलकंठ फैमिली रेस्टोरेंट पर स्टाफ से पूछताछ करते खाद्य सुरक्षा अधिकारी।


- कांवड़ मार्ग पर मौजूद सभी होटलों और रेस्टोरेंटों में क्यू आर कोड लगाने का काम चल रहा है : खाद्य सुरक्षा अधिकारी

मुरादाबाद, 10 जुलाई (हि.स.)। मुरादाबाद जिले में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन होटलों और रेस्टोरेंटों पर कड़ी नजर रख रहा है। रेस्टोरेंट या होटल का नाम कांवड़ यात्रियों को भ्रमित करने वाला न हो इसको लेकर जांच शुरू हो गई है और क्यूआर कोड लगाने का काम चल रहा है। इसी के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग की एक टीम ने गुरुवार को दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रामपुर रोड स्थित नीलकंठ फैमिली रेस्टोरेंट पहुंची, तो पता चला कि रेस्टोरेंट का मालिक शराफत हुसैन नाम का व्यक्ति है। रेस्टोरेंट के बॉर्डर पर भगवान शंकर की फोटो भी छपी हुई थी। रेस्टोरेंट स्वामी ने कहा कि मैं रेस्टोरेंट का नाम बदल दूंगा।

11 जुलाई शुक्रवार से सावन मास प्रारम्भ हो जाएगा, इसी के साथ ही कावड़ यात्राएं भी शुरू हो जाएगी। हरिद्वार और बृजघाट (गढ़मुक्तेश्वर) से हजारों कांवरिया कांवड़ भरकर लाते हैं और मुरादाबाद जनपद से होकर गुजरते हैं। इसके अलावा मुरादाबाद जनपद के भी लाखों कांवड़िये सावन मास में कांवड़ लेकर आते हैं।श्रावण मास में कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन होटलों और रेस्टोरेंटों पर कड़ी नजर रख रहा है। उप्र सरकार ने सावन के महीने में कांवड़ यात्रा को देखते हुए सभी होटलों और रेस्टोरेंट को अपने असली नाम और मालिक की जानकारी साफ-साफ प्रदर्शित करने के आदेश दिए हैं।

आज खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी राजवंश श्रीवास्तव के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की एक टीम दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रामपुर रोड स्थित नीलकंठ फैमिली रेस्टोरेंट की जांच करने पहुंची। जांच के दौरान जब रेस्टोरेंट का लाइसेंस देखा गया तो उसमें मालिक का नाम शराफत हुसैन निकला। यह देखकर अधिकारी हैरान रह गए। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि धार्मिक नाम जैसे “नीलकंठ” का इस्तेमाल ऐसे व्यक्ति द्वारा नहीं होना चाहिए जिससे कांवड़ यात्रियों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। वहीं नीलकंठ रेस्टोरेंट के स्वामी शराफत हुसैन ने विभाग को भरोसा दिलाया है कि वो जल्दी ही रेस्टोरेंट का नाम बदल देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि यह नाम पहले से ही ऐसा था और इसका कोई गलत इरादा नहीं था।

खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी राजवंश श्रीवास्तव ने बताया कि कांवड़ मार्ग पर मौजूद सभी होटलों और रेस्टोरेंटों में क्यू आर कोड लगाने का काम चल रहा है। इसी दौरान यह मामला सामने आया। उन्होंने साफ कहा कि धार्मिक नाम का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इसलिए रेस्टोरेंट के मालिक को दो दिन के भीतर नाम बदलने या रेस्टोरेंट बंद करने का आदेश दिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल