ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को नहीं करें नजरअंदाज: डॉ अरूण
पारस अस्‍पताल की फाइल फोटो


रांची, 6 जून (हि.स.)। वर्ल्ड ट्यूमर डे आठ जून को मनाया जाता है। इस अवसर पर पारस हॉस्पिटल एचइसी के सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ अरूण कुमार ने कहा कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को लोगों को नजरअंदाज नहीं करना चा‍हिए। उन्‍होंने कहा कि हर साल आठ जून को हम विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस मनाते हैं। ताकि, लोगों को मस्तिष्क ट्यूमर के बारे में जागरूक किया जा सके और उन्हें शिक्षित किया जा सके। ब्रेन ट्यूमर, जिसे हिंदी में मस्तिष्क रसोली भी कहा जाता है, मस्तिष्क में अनियंत्रित कोशिका वृद्धि के कारण होती है। यह दो तरह का होता है। पहला ट्यूमर गैर-कैंसर और दूसरा कैंसरयुक्त हो सकते हैं।

डॉ कुमार ने बताया कि हर ब्रेन ट्यूमर कैंसर वाला नहीं होता है। ब्रेन ट्यूमर का एक तिहाई भाग ही कैंसर होता है। बाकी दो तिहाई गैर-कैंसर होता है। ब्रेन ट्यूमर दो मुख्य रूप से और दो तरीके से होता है। एक ट्यूमर ब्रेन में प्राइमरी रूप से दिमाग में ही विकसित होता है और दूसरा ब्रेन ट्यूमर जो शरीर के किसी अन्य भागों से ब्रेन में आता है, उसे सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर या मेटासिस कहते है।

वहीं वर्ल्ड ट्यूमर डे को लेकर पारस हॉस्पिटल एचईसी में निःशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन शनिवार को किया जाएगा। कैंप में अस्पताल के विशेषज्ञ न्यूरोसर्जन और न्यूरो फिजिशियन डॉक्टर निशुल्क परामर्श करेंगे और जांच में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इच्छुक मरीज़ इस कैंप में शामिल होकर हेल्थ कैंप का लाभ उठा सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak