इजराइल-ईरान संघर्ष तीसरे दिन भी जारी, सैकड़ों की मौत, हजार से अधिक घायल
इजराइल के तेल अवीव के ऊपर मिसाइलों को रोकने के लिए इजराइली आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम फायरिंग करता हुआ


हाइफा में ईरानी मिसाइल हमलों के बाद धुआं उठता हुआ


यरुशलम/तेहरान, 16 जून (हि.स.)। इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने रविवार को तीसरे दिन भी भयावह रूप ले लिया, जब इजराइल ने ईरान के कई शहरों पर जोरदार हवाई हमले किए। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक ईरान में कम से कम 406 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 654 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वाशिंगटन स्थित मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ने यह जानकारी दी है। ईरान की सरकार ने अभी तक आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं। वहीं, ईरान के हमले में इजराइल में भी 14 लोगों की मौत और 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

इस संघर्ष ने क्षेत्रीय तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। इजराइल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों पर अचानक किए गए हमलों में कई शीर्ष जनरल और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए, जिससे हालात और बिगड़ गए।

तेहरान में दो रिफाइनरियों पर हमला, ऊर्जा संकट की आशंका

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने बताया कि इजराइल ने राजधानी तेहरान के पास और फारस की खाड़ी स्थित एक प्रांत में दो तेल रिफाइनरियों पर हमला किया है। इससे न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक ऊर्जा बाजार पर भी असर पड़ सकता है।

इजराइली सेना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ईरानी नागरिकों को हथियार निर्माण फैक्ट्रियों को खाली करने की चेतावनी दी है, जिससे इस अभियान के और विस्तृत होने के संकेत मिले हैं।

वहीं, रविवार शाम ईरान की राजधानी तेहरान के व्यस्त रिहायशी इलाके में हुए इजराइली हवाई हमले में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने इस हमले की पुष्टि की है।

मशहद हवाई अड्डे पर हमला

इजरायली सेना की ओर से रविवार को पूर्वी ईरान के मशहद हवाई अड्डे पर एक हवाई ईंधन भरने वाले विमान पर हमला किया गया। यह हमला पिछले सप्ताह ईरान के खिलाफ अभियान शुरू करने के बाद से उसका सबसे लंबी दूरी का हमला था।

तेहरान में दिनदहाड़े धमाके, लोगों में दहशत

रविवार को तेहरान में दोपहर और दोपहर बाद जोरदार विस्फोट हुए। वैली-ए-असर स्क्वायर और एयरफोर्स हेडक्वार्टर के नजदीकी इलाकों में ये धमाके हुए। ईरान की अर्द्ध-सरकारी समाचार एजेंसियों ने इन हमलों की पुष्टि की है।

ईरानी टेलीविजन ने जानकारी दी कि मेट्रो स्टेशन और मस्जिदों को बम शेल्टर के रूप में इस्तेमाल के लिए खोल दिया गया है, जो यह दर्शाता है कि ईरान आने वाले दिनों में भी हमलों की आशंका से सतर्क है।

इजराइल में भी हालात गंभीर, बच्चों सहित कई की मौत

इजराइल में भी 14 लोगों की मौत और 400 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। एक मिसाइल हमले में तेल अवीव के पास बाट याम शहर में एक इमारत ध्वस्त हो गई, जिसमें 10 और 9 वर्षीय बच्चे सहित छह लोग मारे गए। इसके अलावा उत्तरी शहर तमरा में एक और हमले में 13 वर्षीय बच्चा सहित चार लोगों की मौत हुई और 24 घायल हो गए।

वहीं, हाइफा में ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल के हमले के बाद छर्रे लगने से दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए। जबकि रेहोवोट शहर में एक हमला वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान वीजमैन इंस्टिट्यूट के परिसर पर भी हुआ, जहां कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

संयुक्त राज्य अमेरिका और वैश्विक प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल को पूर्ण समर्थन देते हुए ईरान को चेतावनी दी है कि यदि वह और तबाही से बचना चाहता है, तो उसे नया परमाणु समझौता स्वीकार करना होगा।

ईरान के विदेश मंत्री अराकची ने अमेरिका को भी इस संघर्ष में जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “अगर इजराइल के हमले रुकते हैं, तो हमारी प्रतिक्रिया भी थम जाएगी। अमेरिका इन हमलों का साझेदार है और उसे इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय