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मंदसौर, 15 जून (हि.स.)। सकल जैन समाज के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय जैनत्व संस्कार शिक्षण बाल शिविर के अंतर्गत बच्चों के शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास को ध्यान में रखते हुए शिविर के छठे दिन रविवार को एक विशेष दंत चिकित्सा सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में दंत चिकित्सक ने बच्चों को दाँतों की नियमित सफाई, ब्रश करने की सही विधि, मिठाइयों से होने वाले दुष्प्रभाव, और मौखिक स्वच्छता के महत्त्व पर विस्तृत जानकारी दी।
सत्र को संवादात्मक एवं रोचक बनाया गया, जिसमें बच्चों ने खुलकर प्रश्न पूछे और दंत चिकित्सक ने सरल भाषा में उनके सभी संदेहों का समाधान किया। यह पहल बच्चों को बचपन से ही स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास सिद्ध हुई।
सकल जैन समाज के अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या ने बताया कि शिविर के सातवें और अंतिम दिन बच्चों की एक मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की जावेगी, जिसमें उन सभी बच्चों जिन्होंने तीन या अधिक दिन शिविर में नियमित उपस्थिति दर्ज की, उन्हें सम्मानित किया जाएगा।साथ ही सकल जैन समाज महिला प्रकोष्ठ की महामंत्री सारिका बाकलीवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल परीक्षा लेना नहीं है बल्कि हमारा उद्देश्य शिविर के दौरान सिखाए गए जैन सिद्धांतों, नैतिक मूल्यों, दिनचर्या, अनुशासन और जीवन शैली से संबंधित ज्ञान का आंकलन करना है। परीक्षा में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी बच्चों को वर्षका प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सकल जैन समाज की ओर से विशेष उपहार एवं सम्मान से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार न केवल बच्चों के उत्साहवर्धन का कार्य करेंगे, बल्कि उन्हें भविष्य में भी सकारात्मक दिशा में अग्रसर होने की प्रेरणा देंगे। सकल जैन समाज का यह प्रयास बच्चों को संस्कार, स्वास्थ्य और संयम की शिक्षा देकर एक उज्जवल भविष्य की नींव रखने की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल सिद्ध हो रहा है।यह समस्त जानकारी महिला प्रकोष्ठ मीडिया प्रभारी अनिता धींग द्वारा दी गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलोया