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अंबिकापुर, 14 जून (हि.स.)। छत्तीसगढ़ की सीमा में जगदलपुर तक पहुंचने के बाद पिछले 15 दिनों तक अटके मानसून की गतिविधि में एक बार फिर से तेजी आई है और अगले एक से दो दिन में सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में मानसून के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इधर मानसून पूर्व गतिविधि तेज होने के चलते सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में काले घने बादल छाने के साथ कहीं कहीं चमक गरज के साथ बारिश भी हो रही है। पूर्व में मौसम विभाग के द्वारा समय से आठ से नौ दिन पूर्व मानसून आने की संभावना जताई गई थी और मौसम विभाग का यह अनुमान सटीक निकला और समय से करीब 13 दिनों पूर्व अरब सागर से मानसून ने केरल में दस्तक दे दी।
इसके कुछ दिनों बाद मानसून ने छत्तीसगढ़ की सीमा पर जगदलपुर क्षेत्र में प्रवेश किया था और इस इलाके में झमाझम बारिश शुरू हो गई थी। जगदलपुर तक मानसून के पहुंचने के साथ ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में भी मानसून समय से पूर्व आएगा, मगर मानसून ने न सिर्फ दिशा बदल लिया बल्कि उसके गतिविधि में भी कमी आई जिसके चलते पिछले 13 दिनों से मानसून जगदलपुर और उत्तर भारत की ओर सक्रिय हुआ था। नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते मानसून के सामान्य गति में कमी आई थी।
मौसम विभाग के अनुसार, विक्षोभका प्रभाव कम होने के साथ मौजूदा समय में अरब सागर से एक बार फिर से मानसून की गतिविधि तेज होने के साथ बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसके संयुक्त प्रभाव से पूरे छत्तीसगढ़ में बादलों में घनत्व बढ़ने के साथ ही मानसून पूर्व गतिविधि सक्रिय हो गई है। मौसम विभाग के द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः एक दो दिन में मानसून उत्तर छत्तीसगढ़ में दस्तक दे देगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज शनिवार को सरगुजा में अधिकतम तापमान 36.3 और न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि एक दिन पूर्व शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.1 और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सरगुजा में मानसून आने की 15 से 16 जून है सामान्य अवधि
मौसम विज्ञान केंद्र प्रभारी एसके मंडल ने आज शनिवार को बताया कि, सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में मानसून आने की सामान्य अवधि 15 से 16 जून तक की हैं। पूर्व में मानसून के समय से आठ दिन पूर्व छत्तीसगढ़ में आने की संभावना जताई गई थी, मगर गति धीमी होने के चलते इसमें कमी आई। मौजूदा समय में मानसून की गतिविधि एक बार फिर सक्रिय हुई है जिससे अनुमान है कि सरगुजा में सामान्य अवधि में ही मानसून दस्तक देगा।
खेतों में किसानों की सक्रियता बढ़ी
मानसून के समीप आने के साथ ही किसानों की सक्रियता खेतों में बढ़ गई है। साधन संपन्न किसान ट्रैक्टर से खेतों की जोताई करा रहे हैं जबकि आर्थिक रूप से कमजोर किसान बैल अथवा भैंस जोड़ी से खेत की जोताई कर रहे हैं। इसके साथ ही मेड का मरम्मत भी किया जा रहा है। खाद बीज के लिए किसानों की समितियों और निजी दुकानों में भीड़ उमड़ रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय