कोलकाता वृद्धा हत्याकांड,पुराने फर्नीचर के बहाने घर में घुसा हत्यारा, 'गेट पैटर्न' तकनीक से सिर्फ़ तीन दिन में गिरफ्तारी
गेटवे पैटर्न से पकड़ा गया वृद्धा का हत्यारा


कोलकाता, 14 जून (हि.स.) ।

कोलकाता के मुचीपाड़ा इलाके में एक वृद्धा की हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने सिर्फ़ तीन दिनों में मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। लालबाजार की विशेष शाखा ने 'गेट पैटर्न' यानी संदिग्ध की चाल-ढाल और हावभाव की बारीकी से जांच कर 53 वर्षीय मयमुर अली गाज़ी को पकड़ने में सफलता पाई है। वह दक्षिण 24 परगना के मगराहाट का निवासी है और पुराना फर्नीचर खरीदने-बेचने का काम करता था।

जांच में पता चला है कि मृत वृद्धा अपने घर में अकेली रहती थीं और बीते कुछ दिनों से कीमती पुराने फर्नीचर बेचने की कोशिश कर रही थीं। इसी का लाभ उठाकर मयमुर 11 जून की सुबह करीब नौ बजे उनके घर पहुंचा। दरवाजा खुलवाकर वह फर्नीचर देखने के बहाने घर में दाखिल हुआ और गले में पड़ा गमछा निकालकर महिला का गला घोंट दिया। फिर उनके कान की बालियां, हार, अंगूठी और हाथ की चूड़ियां लूट लीं। अलमारी में रखे कुछ नकद रुपये भी उसने चुरा लिए। पूरी वारदात को अंजाम देने में उसे महज़ पांच मिनट लगे। जाते समय उसने घर के बाहर से ताला लगाकर खुद को छिपाने की कोशिश की और सीसीटीवी में पहचान से बचने के लिए सिर पर छाता तान लिया।

हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। फुटेज में एक व्यक्ति को छाता लगाए घर से बाहर निकलते देखा गया, लेकिन चेहरा स्पष्ट नहीं दिखा। इसके बावजूद पुलिस की टीम ने शक के आधार पर मोगराहाट जाकर स्थानीय फेरीवालों से पूछताछ शुरू की। 'गेट पैटर्न' तकनीक से संदिग्ध की चाल, हावभाव और शरीर की बनावट का विश्लेषण कर मयमुर की पहचान की गई।

शुक्रवार को उसे हिरासत में लिया गया है और दिनभर पूछताछ हुई। उसके बयान में विसंगतियां मिलने के बाद रात गिरफ्तार कर लिया गया। शनिवार को पुलिस ने उसके घर से वृद्धा के गहने और नकद रकम बरामद की है। यह हत्या में अहम सबूत के तौर पर इस्तेमाल होगा। अधिकारी मानते हैं कि आगे की पूछताछ में और भी अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय