अहमदाबाद हादसा: विमान के पिछले हिस्से से एयर होस्टेस का शव मिला, 4 एमबीबीएस छात्रों की मौत की पुष्टि
राज्य सरकारने युद्धस्तर पर राहत-बचाव व उपचार कार्य


राज्य सरकारने युद्धस्तर पर राहत-बचाव व उपचार कार्य


अहमदाबाद, 14 जून (हि.स.)। हादसे के तीसरे दिन शनिवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त विमान के पिछले हिस्से से एक एअर होस्टेस का शव मिला है। दुर्घटनाग्रस्त विमान जिस हॉस्टल की छत से टकराया, हादसे के समय वहां मौजूद रहे 4 एमबीबीएस छात्रों की मौत की पुष्टि भी हुई है। हादसे के शिकार लोगों के शवों की पहचान के बाद परिजनों को सौंपे जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शवों की पहचान के लिए परिजनों से डीएनए सैंपल लिए जाने में भी काफी तेजी आई है।

विमान हादसा स्थल पर राहत कार्य तीसरे दिन भी जारी है। इसके लिए काफी संख्या में राहतकर्मियों की टीम मौके पर लगातार काम कर रही है। इस दौरान आज सुबह अहमदाबाद फायर ब्रिगेड की टीम ने बचाव उपकरणों की मदद से क्षतिग्रस्त विमान के पिछले हिस्से का मलबा काट कर एक युवती का शव बरामद किया, जिसके एयर होस्टेस होने का अनुमान है। हॉस्टल की छत पर क्षतिग्रस्त विमान का हिस्सा गिरने से उस समय वहां मौजूद 4 एमबीबीएस छात्रों की मौत की पुष्टि हो गई है।

दुर्घटना के शिकार हुए यात्रियों के शवों की पहचान और शवों को संबंधित के परिजनों को सौंपे जाने की प्रक्रिया आज से शुरू कर दी गई है। अभीतक हादसे में जान गंवाने वालों में 270 शवों का पोस्टमार्टम अभीतक हो चुका है। 8 शवों की पहचान के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए।

परिजनों को शव सौंपे जाने को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों से शव वाहन, एंबुलेंस और आईसीयू ऑन व्हील्स मंगवाए गए हैं। सिविल अस्पताल में 192 एंबुलेंस और शव वाहन स्टैंडबाय पर हैं और उनके ड्राइवरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।

शव लेने पोस्टमार्टम भवन आने वाले परिजनों को वहीं मृत्यु प्रमाणपत्र भी दिया जा रहा है। अहमदाबाद नगर निगम के जन्म एवं मृत्यु विभाग के अधिकारियों ने पोस्टमार्टम भवन में ही सारी व्यवस्था कर रखी है। जिन लोगों का शव लिया जा रहा है, उन्हें तुरंत मृत्यु प्रमाणपत्र दे दिया जाता है।

गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि डीएनए सैंपल लिए जाने की प्रक्रिया लगातार चल रही है और फॉरेंसिक विशेषज्ञ तीन दिनों से लगातार काम कर रहे हैं। नेशनल फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी में भी दिन-रात काम चल रहा है। कोशिश है कि प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / Abhishek Barad